लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2022—23 के लिये बृहस्पतिवार को विधानसभा में पेश बजट को राज्य की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप करार देते हुए कहा कि यह सरकार के अगले पांच वर्षों का दृष्टिकोण है जो प्रदेश के सर्व समावेशी समग्र विकास के साथ-साथ एक उज्ज्वल भविष्य की रूपरेखा भी तैयार करेगा।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने संवाददाता सम्मेलन में बजट को प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप करार देते हुए कहा कि यह बजट प्रदेश के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाओं और श्रमिकों समेत समाज के हर तबके का ख्याल रखते हुए बनाया गया है। यह बजट अगले 5 वर्षों का एक विजन भी है जो प्रदेश के सर्वसमावेशी और समग्र विकास के साथ-साथ एक उज्ज्वल भविष्य की रूपरेखा भी तैयार करेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के पूर्व एक लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया था। उसमें लिए गए कुल 130 संकल्पों में से 97 को इस पहले बजट में ही स्थान दिया गया है और इसके लिए 54,883 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बजट की मुख्य बातों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी परिवारों को वर्ष में दो रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त उपलब्ध कराने की घोषणा को बजट में स्थान दिया गया है। किसानों को आलू, टमाटर और प्याज आदि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में राहत दिलाने के लिए भामाशाह भाव स्थिरता कोष की स्थापना की गई है। बजट में इसके लिए भी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि लोक कल्याण संकल्प पत्र के अनुरूप किसानों को अगले 5 वर्षों में मुफ्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना के अंतर्गत नि:शुल्क सौर पैनल उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। बजट में इसके तहत 15,000 से अधिक सोलर पैनल मुहैया कराने का प्रावधान किया गया है।