प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के दौरान 1621 शिक्षकों की मौत सरकारी निष्ठुरता का शिकार न हो। उन्होंने ड्यूटी का कर्तव्य निभाया। अब उप्र सरकार लीपापोती न करके सभी मृतक शिक्षकों, कर्मियों के परिवारों को एक करोड़ रुपये मुआवजा व एक आश्रित को नौकरी दे। कांग्रेस नेता ने कहा कि ये उन्हें सच्ची श्रद्धाजंली होगी।
पिछले सप्ताह उत्तरप्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा था कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद अप्रैल के पहले सप्ताह के बाद से प्रदेश में अब तक 1,621 शिक्षकों, अनुदेशकों, शिक्षा मित्रों और कर्मचारियों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, जिनमें से 90 फीसदी से अधिक शिक्षक पंचायत चुनाव में ड्यूटी पर तैनात रहे थे।
उन्होंने हाल में हुए पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले 1,621 शिक्षकों, शिक्षामित्रों तथा अन्य विभागीय कर्मियों की मृत्यु का दावा करते हुए सभी के परिजन को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि और आश्रितों को सरकारी नौकरी की मांग की थी।