पीड़ित मां नीशू अपने कलेजे के दो टुकड़ों को खोने के बाद टूट गई है, उसकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नही ले रहे हैं। बार-बार नीशू रोते हुए कह रही है कि उसके पास अब कुछ नही बचा है। अगर मालूम होता की अरुण की नफरत बेटियों की जान ले लेगी, तो वह कभी भी उनको न भेजती। वहीं, पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि गृह क्लेश की बात सामने आ रही है, जांच जारी है। किस वजह से दो मासूम बच्चों को मौत की नींद सुला दिया है, वह आरोपी के गिरफ्त में आने के ही खुलासा होगा।