जुबैरी ने फ्रांस के खिलाफ ने भी एक बेहद भड़काऊ बयान दिया था। अब इस मामले में उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने सख्त कदम उठाया है। भड़काऊ बयान देने के मामले में जुबैरी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। जुबैरी ने नीस समेत फ्रांस में हुए दूसरे हमलों को सही ठहराया था। छात्र नेता ने आपत्तिजनक नारे भी लगाए थे।
मैक्रों के खिलाफ निकाला था जुलूस : फरहान जुबैरी ने एएमयू में 29 अक्टूबर को फ्रांस के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जुबैरी के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस थाने में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के विरोध में निकले जुलूस का नेतृत्व फरहान ने किया था।
जुबैरी के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस थाने में भारतीय दंड विधान की धारा 153 ए (धर्म, भाषा और नस्ल के आधार पर नफरत फैलाना) और 506 (धमकी देना) के तहत मामला दर्ज है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सभी फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की घोषणा की थी और पैगंबर मोहम्मद के कार्टून के मुद्दे पर उनके बयान को मुसलमानों की भावनाओं को आहत करने वाला बताया था।