समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी एमएलसी पंपी जैन के यहां इनकम टैक्स की रेड पूरी नही हो पाई है। तभी अखिलेश के 2 और करीबियों पर आयकर विभाग की निगाहें तिरछी हो गई हैं। आज मंगलवार को आईटी विभाग ने अजय चौधरी उर्फ संजू और मन्नू के घर और दफ्तरों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
अखिलेश और अजय चौधरी की दोस्ती छात्र जीवन से है। चौधरी उत्तरप्रदेश के बागपत जिले के रहने वाले हैं, यहां लोग उन्ह संजू नागर के नाम से जानते हैं। वे ACE कंपनी के मालिक हैं जिसके चलते आज टैक्स अधिकारी ACE ग्रुप के कॉर्पोरेट ऑफिस के अलावा चौधरी के आवास और प्रोजेक्ट्स पर भी पहुंचे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स विभाग करीब 40 ठिकानों पर तलाशी ले रही है।
अजय चौधरी का एनसीआर रियल इस्टेट में अपनी एक अलग पहचान है। गोदरेज और ATS जैसी कंपनियां भी अजय की ACE के साथ मिलकर हाउसिंग प्रोजेक्ट चला रही है। 127 सेक्टर नोएडा में ACE का कॉर्पोरेट का ऑफिस बना हुआ है। माना जाता है कि दोनों की प्रगाढ़ दोस्ती के चलते जब अखिलेश यादव 2012 से लेकर 2017 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे तो ACE कंपनी ने दिन-दुगनी, रात चौगुनी तरक्की की थी। 150 सेक्टर नोएडा में उस समय स्पोर्ट्स सिटी बन रहा थी जिसमें अजय चौधरी की कंपनी को मनचाही जगह पर जमीन मिली थी।
आगरा में अखिलेश के दूसरे नजदीकी लेदर कारोबारी मन्नू अलघ के परिसर पर इनकम टैक्स की रेड चल रही है। मन्नू अलघ भी अखिलेश यादव के स्कूली मित्र हैं और वर्तमान में वे नोवा शूज कंपनी के मालिक हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर जब अखिलेश विरजमान थे तो आगरा में मन्नू की तूती बोलती थी। लेकिन जैसे ही सपा सरकार गई और भाजपा सरकार आई तो मन्नू बिल में घुस गए। अखिलेश अभी कुछ महीने पहले आगरा में मन्नू के घर उनकी माताजी के निधन पर आए थे। वैसे अखिलेश जब भी आगरा आते है तो मन्नू के घर जरूर जाते हैं।
इनकम टैक्स विभाग द्वारा मन्नू अलघ (नोवा शूज कंपनी), ओम एक्सपोर्ट, मानसी चंद्रा और विजय आहूजा के यहां छापेमारी चल रही है, वहीं मन्नू अलघ के यहां चल रही इनकम टैक्स की 40 सदस्यीय टीम यहां 7 घंटे से लगातार जांच कर रही है। वहीं उनके लिए खाने का इंतजाम भी इनकम टैक्स विभाग ने किया है जिसे देखकर कहा जा सकता है कि आईटी की रेड लंबी चलने वाली है।