सुश्री मायावती ने बुधवार को कहा कि देश में लगातार बढ़ रही ग़रीबी, बेरोज़गारी और आसमान छू रही महंगाई से त्रस्त जनता का ध्यान बांटने के लिए भाजपा और उसके सहयोगी संगठन चुन-चुनकर धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं। इससे यहां कभी भी हालात बिगड़ सकते हैं।
उन्होने कहा कि आज़ादी के वर्षों बाद अब ज्ञानवापी, मथुरा, ताजमहल व अन्य और स्थलों के मामलों की भी आड़ में जिस प्रकार से षड्यन्त्र के तहत् लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है इससे देश मज़बूत नहीं बल्कि कमज़ोर ही होगा।
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि विशेषकर एक धर्म समुदाय से जुड़े स्थानों के नाम भी एक-एक करके जो बदले जा रहे हैं तो इससे अपने देश में शान्ति, सद्भाव व भाईचारा आदि नहीं बल्कि आपसी नफरत एवं द्वेष की भावना ही पैदा होगी, यह चिन्ता की बात है। इन सबसे ना तो देश का और ना ही आम जनता का भला हो सकता है।