सुभासपा नेता ने कहा कि जब राम लक्ष्मण जी को अहिरावण पाताल पुरी में ले गया था, तब पाताल पुरी से उन्हें निकालने की किसी की हिम्मत नहीं पड़ी। अगर निकालने की हिम्मत पड़ी तो राजभर जाति में पैदा हुए हनुमान जी की ही पड़ी।
उन्होंने कहा कि गांव में बुजुर्ग आज भी छोटे बच्चों के झगड़ा करते समय बोलते हैं कि भर बानर हैं। हनुमान जी का रहलन बानर। जब वानर, भगवान राम-लक्ष्मण को पतालपुरी से ला सकते हैं तो हम लोग भी मिलकर महाराजा सुहेलदेव को धरती पर ला सकते हैं। मंत्री ने मंच से ही महाराजा सुहेलदेव की मूर्ति स्थापना के लिए चंदा और सहयोग करने का भी अपील की।
उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के 'आंबेडकर प्रेम' को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को वर्ष 2012 से पहले आंबेडकर के नाम से इतनी चिढ़ थी कि मंचों से कहा करती थी कि लखनऊ में बने आंबेडकर पार्क को सत्ता में आने पर गिरा कर शौचालय का निर्माण करेगी। कांग्रेस जिसने लाखों नेताओं और पत्रकारों को आपातकाल लगाकर जेल में डाला, संविधान की बात करती है।