प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक होगा असद। वहीं एनकाउंटर में मारे गए असद के साथी गुलाम के परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया है। ऐसी स्थिति में पुलिस ही उसका अंतिम संस्कार कर सकती है। दूसरी ओर, कोर्ट से रिमांड के आदेश होने के बाद अतीक और उसके भाई अशरफ को लेने के लिए धूमनगंज पुलिस नैनी जेल से अपने साथ ले गई।
बताया जा रहा है कि कानूनी पेंच के चलते अतीक को बेटे के जनाजे में शामिल होने की अदालत द्वारा अनुमति नहीं दी गई है। इससे पहले अतीक अहमद ने कहा था कि वह अपने बेटे असद की मिट्टी में शामिल होना चाहता है। इसके लिए व्यवस्था होनी चाहिए। बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर अतीक अदालत में ही फूट-फूटकर रोने लगा था।