लखनऊ। दीपावली त्योहार जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे लखनऊ, कानपुर, कानपुर देहात व उन्नाव के साथ-साथ इत्यादि उत्तरप्रदेश के जिलों के कुम्हारों के चाकों ने एक उम्मीद के साथ रफ्तार पकड़ ली है और कुम्हारों के पूरा परिवार दिवाली के लिए दीपक तैयार करने में रात-दिन जुटा है। कुम्हारों को पूरी उम्मीद है कि जहां उनके दीपक दूसरों के घर रोशन करेंगे तो वहीं उनके घर में भी इस दिवाली खुशियों के साथ आर्थिक तंगी दूर हो सकेगी।
खूब मिल रहे ऑर्डर : कुम्हार श्याम ने बताया कि इस बार कानपुर देहात के दीपकों की गुणवत्ता के कारण दूसरे जिलों कानपुर, कन्नौज, उरई व जालौन के दुकानदार भी ऑर्डर दे रहे हैं। जिस हिसाब से मांग हो रही है, इससे बाजार अच्छा दिख रहा है। अभी तक 25 हजार सादे और 5 हजार फैंसी दीये बनाकर तैयार कर लिए हैं। इस बार का समय कुम्हार समाज के लिए आर्थिक रूप से अच्छा दिखाई दे रहा है और एक उम्मीद है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे हम लोगों को इस बार काफी मदद मिलेगी।
इस दिवाली महंगी रहेंगे दीये : कुम्हार श्याम ने बताया कि इस बार मिट्टी महंगी होने से इस बार दीपक कुछ महंगे मिलेंगे, क्योंकि पिछले साल 1,300 से 1,500 रुपए में मिलने वाली 1 ट्रॉली मिट्टी इस बार 2,000 में मिल रही है। इससे दीपक बनाने की लागत बढ़ गई है इसलिए इस बार बाजारों में आने वाले दीये पिछले वर्षों की भांति थोड़े महंगे रहेंगे। उन्होंने बताया कि सादे दीपक 70 रुपए के सैकड़ा के हिसाब से थोक में दुकानदारों को दीये जा रहे हैं, वहीं डिजाइनर दीये 100 रुपए सैकड़ा के हिसाब से जा रहे हैं।