अयोध्या जनपद के मिल्कीपुर विधानसभा के उपचुनाव में राज्य और केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा और समाजवादी पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर है। पिछले चुनाव में इस सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत हासिल की थी, लेकिन उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई। इस सीट पर 5 फरवरी को चुनाव होगा। इस विधानसभा क्षेत्र 37 हजार 822 मतदाता भाजपा और सपा के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। यहां मुकाबला सपा और भाजपा के बीच ही है। सपा के बागी भोलानाथ भारती आजाद समाज पार्टी से चुनाव मैदान में हैं, जो कि सपा के वोट बैंक में ही सेंध लगाएंगे। जिस भी पार्टी व प्रत्याशी के साथ दलित और ब्राम्हण मतदाता का समर्थन होगा जीत उसी की होगी।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में सभी प्रत्याशी आरक्षित वर्ग से चुनाव मैदान में हैं। भाजपा व सपा ने एक ही जाति (पासी बिरादरी) के प्रत्याशी चुनाव मैदान मे उतारे है। यहां से भाजपा ने चंद्रभानु पासवान, सपा ने फैज़ाबाद लोकसभा से निर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। मौलिक अधिकार पार्टी के रामनरेश चौधरी, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी की सुनीता, आजाद समाज पार्टी के संतोष कुमार, अरविंद कुमार, कंचनलता, भोलानाथ, वेदप्रकाश व संजय पासी सहित 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा सपा दोनों ही पार्टियां पूरे दम-खम मैदान में डटी हुई हैं। वर्ष 2012 व 2022 में अवधेश प्रसाद यहां सपा से विधायक रह चुके हैं। अब उनके बेटे अजित मैदान में हैं।
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र का इतिहास : मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां पहला चुनाव 1967 में हुआ था। इस क्षेत्र से सबसे अधिक बार स्व. मित्रसेन यादव विधायक चुने गए थे। मित्रसेन 4 बार कम्युनिस्ट पार्टी से व एक बार सपा से चुनाव जीते थे। कांग्रेस पार्टी को भी इस विधानसभा से तीन बार जीत मिली है। ओवरऑल देखें तो इस विधानसभा क्षेत्र से सपा को 5 बार सफलता मिली तो कम्युनिस्ट को 4 बार, वहीं भाजपा ने भी इस सीट पर दो बार जीत दर्ज की है। बसपा और जनसंघ भी एक- एक बार इस सीट पर सफल रहे हैं, किन्तु इस बार का उपचुनाव हायटेक के साथ बड़ा ही दिलचस्प है क्योंकि इस क्षेत्र से दो दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ये हैं- वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव।
3 लाख 70 हजार 829 मतदाता 10 प्रत्याशियों के भाग का फैसला करेंगे।
210 मतदान स्थलों की वेब कास्टिंग होगी। 25 स्थलों की वीडियोग्राफी होगी।
71 मतदान केंद्र पर माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए हैं, 9 टीम उड़नदस्ता की रहेंगी।
9 स्टेटिक निगरानी टीम, 6 टीम वीडियो निगरानी, 2 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 4 जोनल मजिस्ट्रेट, 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात होंगे, सिविल पुलिस पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ मतदान संपन्न कराए जाएंगे।