वोटिंग से पहले सपा की चुनाव आयोग को चिट्टी, बुर्के से पहचान पर सियासी घमासान

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 19 नवंबर 2024 (11:25 IST)
Uttar Pradesh bypoll election : उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए बुधवार को वोट डाले जाएंगे। मतदान से एक दिन पहले समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि मतदान के दौरान मुस्लिम महिलाओं की बुर्का हटाकर चेकिंग न की जाए। सपा की चिट्ठी पर सियासी घमासान मच गया। 
 
उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी प्रमुख श्याम लाल पाल द्वारा लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि बुर्का हटाकर पहचान करने से मुस्लिम महिलाएं डरी हुई है। पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि रिटर्निंग ऑफिसर, रिटर्निंग ऑफिसर/जिला मजिस्ट्रेट, जनरल ऑब्जर्वर और पुलिस अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए कि 20 नवंबर 2024 को कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता के वोटर आईडी की जांच नहीं करेगा।
 
पत्र में कहा गया है कि वोटर आईडी की जांच करने का अधिकार मतदान अधिकारी के पास है। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया और सपा समर्थकों, खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं को डराकर उनके बुर्के उतरवा दिए। इसके बाद मतदाताओं को मतदान केंद्रों से बिना मतदान किए लौटना पड़ा और इससे मतदान प्रभावित  हुआ और मतदेय स्‍थलों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट आई थी।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि वे पूरी तरह से दिग्भ्रमित हैं। संवैधानिक संस्थाओं पर इस तरह से प्रश्नवाचक चिन्ह लगाना उनका पुराना काम है। हम सब नियम कानून से चलेंगे। निर्वाचन आयोग के नियम के तहत ही हम मतदान में भागीदार बनेंगे।
 
इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए नोटिस-चेतावनी के लाल कार्ड बांटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। उन्होंने कहा कि ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का गैर-कानूनी कृत्य है। इसे एक अपराध की तरह दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की जाए अन्यथा माननीय सर्वोच्च से ये अपील होगी कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए पक्षपाती शासन-प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दे।
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चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए ‘नोटिस-चेतावनी’ के लाल कार्ड बाँटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का ग़ैर-क़ानूनी कृत्य है।… pic.twitter.com/XR5RqsbCAy

— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 19, 2024 >
उल्लेखनीय है कि विधानसभा की 9 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए सोमवार शाम पांच बजे प्रचार थम गया। अब 20 नवंबर बुधवार को सुबह 7 से शाम 5  बजे तक मतदान होगा। उपचुनाव में करीब 34 लाख मतदाता 90 प्रत्याशियों की किस्मत का निर्णय करेंगे। मतगणना 23 नवंबर को होगी।
edited by : Nrapendra Gupta

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