Sunil Pal kidnapping case: मेरठ के एक कथित ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें कॉमेडियन सुनील पाल और अपहरणकर्ता के बीच बातचीत होनी बताई जा रही है। 2 दिसंबर में मेरठ देहरादून हाईवे पर सुनील पाल ने अपनी अपहरण की बात मीडिया में कहकर सनसनी फैला दी। इसमें 10 लाख फिरौती की रकम देकर अपनी रिहाई बताई गई है।
किडनेपर ने फिरौती की रकम ऑनलाइन बैंक खाते में जमा कराते हुए 2 नामी-गिरामी मेरठ के ज्वेलर्स से आभूषण खरीदे। मुंबई पुलिस ने ज्वेलर्स से संपर्क साधते हुए अपहरण की फिरौती की रकम व्यापारियों के एकाउंट में होना कहते हुए अकाउंट सीज करवा दिए।
सुनील पाल के अपहरण और फिरौती देकर रिहा होने की कहानी में अब एक कथित ऑडियो सामने आने के बाद नया मोड़ आता दिखाई दे रहा है। ऑडियो सुनील पाल और उसके अपहरणकर्ता लवी के बीच बातचीत का बताया जा रहा है। लेकिन इस कथित ऑडियो के मुताबिक अपहरणकर्ता लवी मशहूर कॉमडियन सुनील पाल से शिकायत कर रहा है कि उन्होंने अपनी पत्नी को विश्वास में लेकर इस प्लानिंग के बारे में क्यों नहीं बताया। वहीं 'वेबदुनिया' इस ऑडियो की किसी तरह से पुष्टि नहीं करता है।
ऑडियो में बातचीत के अंश...
सुनील पाल: (कॉमेडियन) किसी से कुछ कहा नहीं है यार, अरे जब कोई गले पड़ गया तो कुछ न कुछ तो बताना पड़ेगा न भाई।
अपहरणकर्ता लवी: हां, तो सर बात ये हैं ना जैसा आपने कहा हमने कर दिया, लेकिन फिर भी आप ऐसा कर रहे हो तो गलत है ना?
सुनील पाल: घबराओ मत… घबराओ मत… आप में से किसी का नाम मैंने नहीं लिया है और किसी का कुछ नहीं मिला है। मैंने बस यही बोला है और पुलिस में कोई कम्प्लेंट नहीं करवाई है।
अपहरणकर्ता: आपने अपनी बीवी को बताया नहीं था क्या भाई? आपने उसे इसमें शामिल नहीं करा था पहले,
आपकी वाइफ ने शिकायत करी न ये सब?
सुनील पाल: थोड़ा, मीडिया-वीडिया और साइबर वालों ने पकड़ लिया था ना भाई, दोस्त वगैरह सबने साइबर क्राइम पुलिस से संपर्क कर लिया। फिर कुछ तो बताना पड़ेगा ना।
अपहरणकर्ता: हां ठीक है! आप देख लो फिर जैसा आपका मन करे वैसा करो। हम आपके पीछे हैं, जैसा आप कहोगे वैसा हम करेंगे वैसा ही।
सुनील पाल: ठीक है फिर टेंशन न लो
अपहरणकर्ता लवी: मिलोगे कब आप हमसे।
सुनील पाल: अभी ठीक टाइम नहीं है, बहुत प्रॉब्लम हो जाएगा।
अपहरणकर्ता लवी: ठीक है सर ठीक है बस आप से ही वो है। ठीक है सर थैंक्यू।
सुनील: ओके ओके।
गौरतलब है कि सुनील पाल के अपहरण की फिरौती से वसूला गया पैसा मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र स्थित राधेश्याम ज्वेलर और आकाश गंगा ज्वेलर्स के यहां ऑनलाइन पेमेंट के जरिए ठिकाने लगाया गया। इन दोनों ज्वेलर्स के यहां से लगभग 7 लाख के आभूषण खरीदे गए। पुलिस जांच में सामने आया है कि किडनैपर्स ने राधे श्याम ज्वेलर्स के खाते में 2.30 लाख रुपए और आकाश गंगा ज्वेलर्स के खाते में 4.70 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए थे। बाद में उन्हीं ज्वेलर्स की दुकानों से किडनैपर्स ने ज्वेलरी खरीदी।
ज्वेलरी का पक्का बिल भी दोनों दुकानों से लेने के बाद ज्वेलरी खरीदने आए लोग वापस चले गए। 3 दिसंबर की शाम जैसे ही राधेश्याम ज्वेलर्स के बेटे अक्षित के पास मुंबई के सांताक्रूज थाने से अक्षित सिंहल के पास फोन आया कि उनके एकाउंट में गलत तरीके यानी फिरौती की रकम ट्रांसफर हुई है इसलिए बैंक डिटेल चाहिए।
अक्षित घबरा गया। उसे लगा कि साइबर फ्रॉड का मामला हो सकता है, उसने तुरंत पुलिस से संपर्क किया। पुलिस को 4 दिसंबर में लिखित शिकायत दी गई। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। वहीं अक्षित ने बताया कि कैश 10 हजार रुपए देकर 2 सोने के सिक्के और चेन खरीदने की बात कहकर बदमाश वहां से चले गए और शाम को ऑनलाइन पेमेंट 4 खातों से ट्रांसफर हुआ जिसें 50,000 हजार रुपए 3 एकाउंट से आए और 80,000 एक एकाउंट से ट्रांसफर हुआ था।
सुनील पाल की तरह 20 नवंबर को बॉलीवुड के मशहूर कॉमेडियन को भी फर्जी इवेंट के बहाने मुंबई से बुलाकर मेरठ हाईवे पर अपहरण किया गया और उनसे फिरौती वसूली गई। फिरौती की रकम से गोल्ड खरीदा गया। सुनील की तरह मुश्ताक भी अपहरणकर्ताओं का निशाना बने थे।
मुश्ताक के मैनेजर ने बिजनौर जिले में मुश्ताक के अपरहण और फिरौती की शिकायत दर्ज करवाई है। मुश्ताक और सुनील पाल के अपहरणकर्ता एक ही बताए जा रहे हैं। मेरठ सर्राफ के सीसीटीवी में कैद तस्वीरों में उनकी पहचान बिजनौर के बदमाश लवी और अर्जुन के रूप में हो रही है। मेरठ पुलिस ने उनकी धरपकड़ के लिए टीमें लगा रखी हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक सुनील पाल अभिनीत फिल्म 'काफी विद अलोन' 22 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। आजाद हुसैन द्वारा इस फिल्म को लिखा गया है जबकि सुनील पाल की पत्नी सरिता उसकी निर्माता है। इस फिल्म में बैकग्राउंड में मुश्ताक ने अपनी आवाज दी है। इसलिए सुनील और मुश्ताक के संबंध भी बेहतर होंगे और दोनों का अपहरण मेरठ हाईवे पर हुआ। फिरौती अदा करने के बाद मुक्त हुए।
लेकिन इस पूरे घटनाक्रमों की कोई शिकायत सुनील पाल और मुश्ताक ने मेरठ पुलिस से नहीं की और न ही मुंबई पुलिस ने मेरठ पुलिस से संपर्क किया जिसके कारण यह आश्चर्यजनक है और यह संदेह पैदा करता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मात्र यह फिल्म की पब्लिसिटी स्टंट है, जो खुल गया है। वहीं मेरठ पुलिस जल्दी ही सीसीटीवी में कैद बदमाशों को पकड़कर जल्दी ही खुलासे की बात कह रही है।