कानपुर देहात। कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत लालपुर सराय गांव में रहने वाले व्यापारी बलवंत की पुलिस बर्बरता के चलते 12 दिसंबर को मौत हो गई थी, वहीं मृतक के चाचा की तहरीर के आधार पर आधार आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस कांड में तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
आरोपी पुलिसकर्मियों की तलाश के लिए 6 पुलिस टीमें लगाई गई थीं और वहीं पूरे मामले की जांच एसपी कन्नौज के देखरेख में चल रही है जिसके चलते घटना में शामिल आरोपी तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम की छापेमारी जारी है।
अब तक हुई 5 की गिरफ्तारी : कानपुर देहात में पुलिस बर्बरता का शिकार हुए मृतक बलवंत की घटना में समस्त आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है जिसके चलते पुलिस टीम ने बीते दिनों में तत्कालीन एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, सोनू यादव मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी), दुर्वेश कुमार मुख्य आरक्षी तत्कालीन स्वाट टीम (एसओजी), मुख्य आरक्षी स्वाट टीम (एसओजी) अनूप कुमार को गिरफ्तार किया था।
पूरे मामले में पुलिस टीम ने अब तक कुल 5 आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए आसपास के जिलों के साथ-साथ आरोपियों के गृह जनपद में भी पुलिस की छापेमारी जारी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो जल्द ही घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या बोले एसपी कन्नौज? : एसपी कन्नौज कुंवर अनुपम सिंह ने बताया कि थाना रनिया कानपुर देहात में मु.अ.सं. 30/ 2022 धारा 147/ 302/ 504/ 506 भादवि पंजीकृत किया गया था। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एक एसआईटी का गठन किया गया था जिसके चलते पूरे मामले की जांच की जा रही है।
पूर्व में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। सोमवार को पुलिस टीम के द्वारा पूरे मामले में मुख्य नामजद आरोपी तत्कालीन शिवली थाना प्रभारी राजेश सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अग्रिम विधिक कार्रवाई प्रचलित है।
क्या था मामला? : कानपुर देहात के थाना शिवली के अंतर्गत 6 दिसंबर को व्यापारी चन्द्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें लूट का शिकार हुए चन्द्रभान का भतीजा बलवंत भी मौजूद था।
वहीं पूछताछ के दौरान बलवंत पुलिस की बर्बरता का शिकार हो गया और उसकी मौत हो गई थी जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस अधीक्षक सुनीति के निर्देश पर आरोपी पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए और वहीं पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी थी।
वहीं मृतक के चाचा अंगद सिंह की तहरीर पर तत्कालीन रनियां थानाध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह, शिवली कोतवाल राजेश कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी प्रशांत गौतम, मैथा चौकी इंचार्ज ज्ञानप्रकाश पांडेय समेत 7 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, वहीं शासन के निर्देश पर पूरे मामले की जांच एसपी कन्नौज को सौंप दी गई थी जिसके चलते अभी तक 5 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।