कानपुर देहात। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पुलिस कस्टडी में मारे गए बलवंत के परिवार से मिलने कानपुर देहात के गांव सरैया पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए लगभग परिवार से 1 घंटे तक बातचीत की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तब से सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें हुई हैं।
उन्होंने कहा कि पूरी घटना में साजिश है और षड्यंत्र है। पूरी तरह से घटना की जिम्मेदार पुलिस है। जो कार्रवाई हुई है, हमें इतने से संतुष्ट नहीं होना है। ऐसी कार्रवाई पहले भी हुई है। लेकिन सवाल ये उठता है कि पुलिस हिरासत में मौत की घटना रुक क्यों नहीं रही है? मैं आपको बता दूं कि ऐसी घटनाएं इसलिए नहीं रुक रही हैं, क्योंकि सरकार की नीयत साफ नहीं है, क्योंकि सरकार में झूठे मुकदमे लगाना, झूठा फंसाना, वसूली करना व चरम सीमा पर लूट और भ्रष्टाचार है।
कहीं सरकारी नौकरी तो कहीं आंगनवाड़ी, भेदभाव क्यों? : पुलिस बर्बरता का शिकार हुए बलवंत के परिवार से मिलने के बाद यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कहीं और घटना हो तो आप सरकारी नौकरी देते हैं और यहां पर जो घटना हुई है, उसमें आप आंगनवाड़ी में नौकरी देना चाहते हैं? मैं सरकार से मांग करता हूं कि मृतक की पत्नी शालिनी को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए,साथ ही पीड़ित परिवार को 1 करोड़ देकर उसकी मदद करनी चाहिए।
सीबीआई या फिर सिटिंग जज की देखरेख में हो जांच : यादव कहा कि उन्होंने परिवार से बातचीत की है तो परिवार इस दौरान पूरी घटना की निष्पक्ष जांच चाहता है। इसलिए मैं सरकार से मांग करता हूं कि घटना की सीबीआई जांच हो या फिर सिटिंग जज की देखरेख में जांच कराई जाए ताकि परिवार को न्याय मिल सके। यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने साफतौर पर योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जबसे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई, तब से सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें हुई हैं।