Tiger created havoc in Lakhimpur : भारत का राष्ट्रीय पशु टाइगर का नाम सुनते ही आमजन के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, क्योंकि टाइगर यानी बाघ सुंदर, चपल, खूंखार और बहुत अधिक शक्तिशाली होता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी जंगली बिल्ली है, इसलिए यह जंगलों में रहता है। आजकल उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में बाघ का आतंक मचा हुआ है। बाघ ने बीते दिनों में खेतों में काम कर रहे किसान पर हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही इमलिया गांव में हड़कंप मच गया। खेतों में बाघ की सूचना मिलते ही वन विभाग उसकी धरपकड़ के लिए सक्रिय हो गया है।
27 अगस्त में इमलिया गांव के रहने वाले 45 वर्षीय किसान अमरीश कुमार पर टाइगर ने हमला बोलकर मौत के घाट उतार दिया था। अकेले अगस्त माह में बाघ ने 4 लोगों पर आक्रमण किया है, जिसके चलते किसानों ने डर के मारे खेतों पर जाना बंद कर दिया। अमरीश की मौत के बाद वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करते हुए दो ड्रोन कैमरे से खेतों को सर्च किया गया। सर्च ऑपरेशन में बाघ की उपस्थिति दर्ज हो गई। वन विभाग को बाघ के पग मार्क भी मिले। खेतों में टाइगर को पकड़ने के लिए 6 पिंजरे और 24 कैमरे भी लगाए गए। इमलिया गांव से लगभग 4 किलोमीटर दूर बंजरिया सराय नदी के पास लगे एक ट्रैप कैमरे में किसान पर हमला करने वाले बाघ की साफ तस्वीर कैद हो गई। लखीमपुर के 50 गांवों में बाघ की दहशत साफतौर पर दिखाई दे रही है। इसके कारण ग्रामीण अब खुद भी अलर्ट हो गए है और रात को समूह में मशाल जलाकर लाठी-डंडों के साथ पहरेदारी कर रहे हैं।
आदमखोर बाघ इमलिया और उसके आसपास के गांवों के लिए आतंक का पर्याय बन गया है, वह लगाए गए कैमरों में घूमता नजर आ रहा है, उसको पकड़ने के लिए लगाए गए पिजरों के पास बांधी बकरी को तो खा गया, लेकिन अपनी चतुराई के चलते पिंजरे में कैद नहीं हुआ है। बाघ रात में अकेले शिकार के लिए निकलता है और इसकी चिंघाड़ 3 किलोमीटर दूर तक सुनी जा सकती है। बाघ 65 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ने में माहिर होते हैं। अब वन विभाग की टीम खेतों के आसपास अपना डेरा जमाए हुए है ताकि वह जल्दी से जल्दी आदमखोर टाइगर को पकड़ सके।