पिछले चुनाव में यहां अपना दल प्रत्याशी राहुल कोल ने सपा के कीर्ति कोल को ही हराया था। इस बार भी सपा ने कीर्ति को अपना उम्मीदवार बनाया था। सपा ने इस बार मेहनत कर लगभग जीत का माहौल तैयार कर लिया था लेकिन चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अंतिम समय में प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा कर माहौल को परिवर्तित कर दिया।
आदिवासी बहुल अर्द्धपहाड़ी इस सीट पर दोनों दलों ने आदिवासी उम्मीदवार दिया था। यह भी संयोग है कि दोनों महिला थी। जहां कीर्ति कोल के पिता यहां से दो बार विधायक रहे थे और सोनभद्र से सांसद भी रहे थे तो रिंकी के पति दो बार यहां से चुनाव जीता था। रिंकी कोल के ससुर सोनभद्र के सांसद पकौड़ी कोल भी इस सीट से विधायक रहे हैं।
अपना दल को अपनी सीट को बरकरार रखने के लिए काफी पसीने बहाने पड़े। इस निर्वाचन में केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने खुद कमान संभाली और योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य सहित दर्जन भर मंत्री चुनाव प्रचार में कूदे वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का यहां न आना सपा उम्मीदवार को महंगा पड़ा। Edited By : Sudhir Sharma