मेरठ। मेरठ में 11 मई स्थानीय निकाय चुनाव (local body elections) के लिए वोट डाले जाएंगे। स्थानीय स्तर के इस चुनाव के लिए भाजपा और सपा का शीर्ष नेतृत्व मेरठ में प्रचार के लिए अपनी ताकत झोंक रहा है। 2 दिन पहले उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रत्याशियों के लिए जनसभा करके वोट मांगे तो वहीं आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) महापौर और सभासद प्रत्याशियों के समर्थन में मेरठ पहुंचे और रोड शो किया।
मेरठ में अखिलेश यादव का रोड इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर उनके नेताओं में मनमुटाव दिखाई दे रहा है। सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री/विधायक शाहिद अखलाक, शहर विधायक रफीक अंसारी, पूर्व मेयर सुनीता वर्मा और योगेश वर्मा ने मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान के प्रचार से दूरी बना रखी है। सपा मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान सरधना से विधायक अतुल प्रधान की पत्नी है।
अखिलेश यादव और अतुल प्रधान की नजदीकियां होने के चलते सीमा को मेयर का टिकट मिला है। अतुल प्रधान सपा के कद्दावर नेता हैं जिसके चलते उन्होंने अपनी पत्नी के लिए प्रचार की कमान खुद संभाल रखी है। उन्होंने सपा के स्थानीय नेताओं से दूरी बनाई हुईं है, मेरठ के शीर्ष नेताओं ने उन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव से मुस्लिम भी नाराज हैं। मुसलमानों का कहना है कि हम सिर्फ सपा को वोटों के लिए याद आते है, वह समय पर मुस्लिम के साथ खड़े नहीं होते बल्कि उनको पीछे कर देते हैं। इसका जीता-जागता उदाहरण आजम खान हैं और वर्तमान में जो मुसलमानों के साथ हो रहा है, वह किसी से छिपा नही है। रूठे मुसलमानों को मनाने के लिए अखिलेश ने मेरठ समेत कई जिलों में रोड शो किया।
मेरठ में अखिलेश का रोड शो अधिकांशत: मुस्लिम आबादी में था। उन्होंने हिन्दू बाहुल्य क्षेत्रों की तरफ रुख भी नहीं किया। हालांकि वे रोड शो में सड़कों पर भारी समर्थकों को देखकर गदगद नजर आए, वहीं उनके इस रोड शो ने भाजपा के दिल की धड़कन बढ़ा दी है, लेकिन उनके रूठे तीनों नेताओं ने रोड शो से दूरी बरकरार रखी है। अब देखना होगा कि अखिलेश का यह चुनावी दौरा मेरठ के मुसलमानों को रिझा पाता है या नहीं? उनके रूठे नेता जीत में बाधक बनते हैं या साधक, यह तो समय के कालचक्र में है।
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी पर साधा निशाना : उत्तरप्रदेश के दूसरे और अंतिम चरण का निकाय चुनाव 11 मई को होना है। यूपी में 7 महापौर और सभासदों के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव चुनाव प्रचार की कमान खुद हाथों में लिए हुए एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने औरैया में जनसभा की तो मेरठ-अलीगढ़ में प्रत्याशियों के लिए रोड शो। मेरठ से मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने भाजपा को कूड़ा-कचरा जैसे बातें बोलकर हमला किया।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने शहर को स्मार्ट सिटी बनाने भरोसा दिया था, जो पूरा नही हुआ। जनता इस बार उनको सबक सिखाकर किए गए वादे का हिसाब वसूलेगी।
मेरठ हवाई पट्टी पर अखिलेश ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा जैसे कचरा फैलाने वाले कचरा क्या हटाएंगे? इन्होंने नालों, नदियों की सारी गंदगी गंगा में डाल दी। लेकिन जनता समझदार हो गई है, अब वह इन्हें हटाने जा रही है। जब भी भाजपा सरकार से विकास की बात करो महंगाई या रोजगार पर, तो ये सिर्फ तमंचा-तमंचा करते हैं।
अखिलेश ने कहा कि महंगाई चरम पर है, इन लोगों ने सिर्फ गरीबों को छला है, महंगाई और बेरोजगारी दी है सिर्फ योगी सरकार ने। यूपी में की जनता अब बहकावे में नहीं आने वाली है। यह भाजपा के डबल इंजन को उतार फेंकेगी। अखिलेश ने यह तक कह दिया कि लगता है भाजपा के दोनों (इंजन केंद्र सरकार और यूपी सरकार) अब आपस में टकरा रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि महिला पहलवानों को न्याय दिलाने का काम सरकार का है, यूपी और दिल्ली में इनकी ही सरकारें हैं। सरकार को महिला पहलवानों का सम्मान करते हुए न्याय दिलाना चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि महिला पहलवानों को जल्दी न्याय मिलेगा।
अखिलेश ने परिवारवाद पर प्रहार करते हुए कहा कि योगीजी वैसे तो बहुत बुद्धिमान हैं। अलीगढ़ जिले में वो तालीम की बात करते हैं। योगीजी आज स्वयं परिवारवाद की वजह से उस मठ में उस स्थान पर हैं, जहां उनके परिवार के लोग जिस स्थान पर बैठे थे, यदि उनके परिवार के लोग न बैठे होते तो वो वहां नहीं होते।
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार की पोल खोलने के लिए स्मार्ट सिटी पर बात जरूरी है। यदि वह (भाजपा) स्मार्ट सिटी की बात करते हैं तो बताएं कि क्या काम किया है? गंगा साफ हुई, हिंडन साफ हुई, नाले-नालियों की दुर्दशा बदली, पीने का साफ पानी मिला? अब भाजपा बताएं कि अलीगढ़ और मेरठ में स्मार्ट सिटी पर क्या काम किया गया है?
उन्होंने कहा कि भाजपा नाली, गंगा और हिंडन सफाई तक में भ्रष्टाचार कर रही है, ट्रांसफर, पोस्टिंग और 40 प्रतिशत कमीशन का भ्रष्टाचार किया। उनके भ्रष्टाचार की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। भाजपा ने अखबारों में मोटा कमीशन देकर भ्रष्टाचार का विज्ञापन निकला। कर्नाटक में 40% तक कमीशन दी गई है, यूपी में मेडिकल सुविधा नहीं दे पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विदेशी अमेरिकी कंपनी को भारत लाया गया और भाजपा के प्रचार के लिए मीडिया को मोटा पैकेज दिया जा रहा है। विकास की बात करने वाली भाजपा सरकार सड़कों पर 30 प्रतिशत बजट खर्च नहीं कर पाई है। सीएम असिस्टेंट प्रोफेसर, एडिशनल प्रोफेसर पर बात नहीं कर सकते तो वो तमंचे की बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगीजी को मेडिकल कॉलेजों में क्या व्यवस्था होनी चाहिए? बात करो तो वह तमंचे की बात करते हैं, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में सवाल करने पर तमंचा जवाब मिलता है, महंगाई और बेरोजगारी पर बात करो तो वे तमंचा-तमंचा करते हैं। ऐसे लोगों को अब जनता समझ गई है, उखाड़ फेंकने का काम वोट देकर जनता करेगी और वे सभी वर्गों को साथ लेकर ऐतिहासिक जीत हासिल करने जा रहे हैं।