आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी
गुरुवार, 23 जून 2022 (11:21 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान गुरुवार सुबह 7 बजे शुरू हो गया। पूर्वाह्न 9 बजे तक दोनों सीटों पर क्रमश: 9.21 और 7.86 फीसद वोट पड़े।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो गया। वोट शाम 6 बजे तक डाले जाएंगे। पूर्वाह्न 9 बजे तक आजमगढ़ में 9.21 प्रतिशत और रामपुर में 7.86 फीसद मतदान हुआ। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटें प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों क्रमशः अखिलेश यादव और आजम खान के विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के कारण लोकसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई हैं।
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र सपा के मजबूत गढ़ माने जाते हैं। आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव से पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे। इसलिए इस सीट का उपचुनाव सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। दूसरी ओर, रामपुर लम्बे समय से आजम खां का प्रभाव क्षेत्र रहा है और पार्टी ने रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव का जिम्मा खां को ही सौंपा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहां इन दोनों ही सीटों के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में सभाएं कीं वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक भी चुनावी रैली में हिस्सा नहीं लिया। बुधवार को कन्नौज में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने दावा किया था कि उनकी पार्टी ये दोनों सीटें जीत रही है।
आजमगढ़ में 1149 मतदान केंद्र और 2176 मतदान स्थल बनाए गए हैं, जहां 1838000 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
भाजपा ने इस सीट के उपचुनाव में भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' को एक बार फिर मैदान में उतारा है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है। यहां मुख्य मुकाबला इन्हीं तीनों के बीच माना जा रहा है। वैसे, आजमगढ़ में कुल 13 उम्मीदवार इस उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सीधा मुकाबला सपा के आसिम राजा और भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी के बीच है। लोधी पूर्व में आजम खां के करीबी थे, उन्होंने हाल ही में भाजपा का दामन थामा है।