इस दौरान स्वेच्छा से इस्लाम धर्म को छोड़कर हिन्दू धर्म को अपने वाले वसीम रिजवी ने कहा कि मुझे इस्लाम से बाहर कर दिया गया और हमारे सिर पर हर शुक्रवार को इनाम बढ़ा दिया जाता है, इसलिए आज मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं, वहीं इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि हम वसीम रिजवी के साथ हैं।