लोकतांत्रिक मर्यादाओं और मान्यताओं की तिलांजलि दी जा रही है। विपक्ष से तो क्या मुख्यमंत्रीजी को अपने विधायक से भी डर लगने लगा है? आखिर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने से परहेज क्यों? इसमें विधायक कोरोना संकट के समाधान के बारे में चर्चा की जाती, जिससे सरकार को मदद मिलती।