शाक्य के मुताबिक, राज भवन के नजदीक योगी ने एक एंबुलेंस को यातायात में फंसे देखा तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया कि अपना कारवां सड़क के एक किनारे पर रोक दें और एंबुलेंस को जाने का रास्ता दें। मुख्यमंत्री की इस पहल की आम लोगों ने सराहना की।
यातायात रोके जाने के कारण वहां खड़े लखनऊ के मड़ियांव क्षेत्र के भास्कर सिंह ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंसानियत का परिचय देते हुए एंबुलेंस को जाने दिया। हो सकता है कि इससे किसी की जान बच गई हो।'