उत्तराखंड में केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार और प्राकृतिक संसाधनों की ‘लूट’ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राज्य के लोगों से उनके साथ हो रही ‘धोखाधड़ी’ को पहचानने तथा भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया।
सोनिया ने कहा कि उत्तराखंड की भूमि, मिट्टी, पानी और पहाड़ियों को काफी कम कीमत पर बेचा जा रहा है या लीज पर दिया जा रहा है तो यह विकास नहीं है बल्कि यह राज्य के लोगों के साथ धोखाधड़ी है।
राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए सोनिया ने कहा कि पिछले कई साल से उत्तराखंड के लोगों के साथ यह धोखाधड़ी हो रही है और इस लूट तथा बेइमानी को विभिन्न तरीकों से छिपाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बीसी खंडूरी सरकार पर हमला बोलते हुए सोनिया ने राज्य में अपने पहले चुनावी भाषण में ही यह स्पष्ट संकेत दिया कि पार्टी राज्य में खनन लीज को प्रमुख मुद्दा बनाने का प्रयास करेगी।
विधानसभा चुनावों के कुछ ही महीने पहले मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के स्थान पर खंडूरी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के भाजपा के फैसले का उपहास करते हुए सोनिया ने कहा कि जब राज्य सरकार भ्रष्टाचार को नहीं छिपा सकी और ‘ईमानदारी का नकाब तत्कालीन मुख्यमंत्री से हट गया’ तो भाजपा ने मुख्यमंत्री को बदल दिया, लेकिन उनके काम को नहीं बदल सकी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बदलकर आपको ठगने का नाकाम प्रयास किया गया, लेकिन सच्चाई यह है कि कुछ नहीं बदला। लूट और अनियमितता का यह हाल है कि केंद्र को मनरेगा के तहत दी गई राशि का सिर्फ 10 प्रतिशत ही लोगों तक पहुंच रहा है। सोनिया ने कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही का यह आलम है कि रोजगार योजना के तहत दी गई राशि का सिर्फ 40 प्रतिशत ही इस्तेमाल हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि आपको उत्तराखंड की इस सरकार को बदलना होगा। भाजपा को हटाइए। मैं आश्वस्त हूं कि आप ऐसा करेंगे और यहां कांग्रेस को बहुमत देंगे। सोनिया ने कहा कि सभी तबकों के विकास के लिए केंद्रीय योजनाओं से राज्य सरकार की लापरवाही के कारण उत्तराखंड के लोगों को फायदा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में जो कुछ भी विकास दिख रहा है वह विगत में कांग्रेस की सरकार द्वारा कराया गया था।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यहां के लोगों की समस्याओं से अवगत है और पार्टी के चुनावी घोषणापत्र में कई योजनाओं का जिक्र किया गया है ताकि राज्य को फिर से विकास के रास्ते पर लाया जा सके।
सोनिया ने कहा कि एक ओर प्रकृति ने खुले दिल से उत्तराखंड को संसाधन दिया है, दूसरी ओर कुछ लोग इसे नष्ट कर रहे हैं और लूटने की अनुमति दे रहे हैं। कुंभ मेला में कथित भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कुंभ मेला में तत्कालीन मुख्यमंत्री से ईमानदारी का नकाब हट गया। उन्होंने कहा कि इन सब के बाद भी सरकार ने अपनी गलतियों पर रोक नहीं लगाई और सिर्फ अपना चेहरा बदल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नहीं बदला, न तो बेइमानी और न ही लूट। (भाषा)