- मोनिका पाण्डेय
फ़रवरी का महीना इश्क का महीना माना जाता है। फ़रवरी में वैलेंटाइन वीक होता है जिसका इंतज़ार सभी कपल बड़ी ही बेसब्री से रहता है। रोज डे के बाद प्रोपोज़ डे की बारी आती है। बहुत सारे ऐसे कपल होते है जो अपने प्यार का इज़हार करने के लिए इस दिन को चुनते हैं। और अपने प्यार को हमेशा के लिए यादगार बनाते हैं। सभी व्यक्ति को अपने जीवन में किसी न किसी से प्यार होता है। लेकिन प्यार होना और प्यार का इज़हार करना दोनों में बहुत अंतर है। अपने प्यार का इज़हार करने के लिए ये दिन मनाया जाता है। जो की जीवन के हर पल को एक खुशनुमा लम्हे में बदल देता है। क्या आप जानते है की इस दिन को मनाने की शुरुआत कब हुई। आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे प्रोपोज़ डे के बारे में कुछ चटपटी बातें।
आखिर क्या है प्रोपोज़ डे का इतिहास : कहा जाता है कि 1477 में ऑस्ट्रियाई आर्कड्यूक मैक्सिमिलियन ने मैरी ऑफ बरगंडी को हीरे की अंगूठी के साथ प्रपोज किया था। 1816 में राजकुमारी चार्लोट के अपने भावी पति के प्रपोज करने की खुब चर्चा हुई। यही कारण है कि वैलेंटाइन वीक के दूसरे दिन प्रोपोज़ डे मनाया जाता है। ऐसे कई सारी कहानियां प्रोपोज़ डे के बारे में प्रचलित है।
प्रोपोज़ डे को ऐसे बनाये खास : अगर आप भी लंबे समय से अपने पार्टनर को प्रोपोज़ करना कहते है तो आप कोई अच्छी ट्रिप उनके साथ प्लान कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी हिस्टोरिकल प्लेस को चुन सकते हैं। जैसे कोई किला या आगरा का ताजमहल वह अपने पार्टनर के साथ जाये और घुटनों पर बैठकर उन्हें प्रोपोज़ करें। आपका यह रोमांटिक अंदाज़ आपके पार्टनर को काफी पसंद आएगा।
बिच है बेटर ऑप्शन : बिच पर जाना तो सबको ही पसंद होता है और जब आप किसी स्पेशल पर्सन के साथ जाते हो तो आपकी ट्रिप में चार चाँद लग जाता है। आप अपने पार्टनर के साथ यहां जाने का प्लान बना सकते है और जब सूरज ढल रहा हो तो गुलाबी शाम में अपने पार्टनर को बिच पर घुटनों पर बैठकर प्रोपोज़ कर सकते हैं। आपका यह अंदाज़ आपके पार्टनर को बेहद पसंद आएगा।