स्टडी रूम : पूर्व, ईशा, उत्तर, वायव्य, पश्चिम और नैऋत्य में अध्ययन कक्ष बनाया जा सकता है। इसमें खासकर पूर्व, उत्तर और वायव्य उत्तम है। अध्ययन कक्ष का ईशान कोण खाली हो। अध्ययन कक्ष में दक्षिण तथा पश्चिम की दीवार से सटाकर स्टडी टेबल की कुर्सी रखें ताकी आपका पूर्व तथा उत्तर की ओर मुख हो। घर के उत्तर की ओर मुंह हो तो ज्यादा बेहतर है। अपनी पीठ के पीछे द्वार अथवा खिड़की न हो। तस्वीरें अध्ययन कक्ष भी उत्तर की दीवार पर लगी होना चाहिए। अध्ययन कक्ष में मां सरस्वती का चित्र लगाएं या फिर वेदव्यास जैसे किसी महापुरुषों की तस्वीर लगाई जा सकती है। इससे घर के सभी सदस्यों की एकाग्रता बढ़ेगी। तोते का चित्र : अध्ययन कक्ष में किसी हरे तोते का चित्र जरूर लगाएं जिससे बच्चे का पढ़ने में तुरंत ही मन लगने लगेगा। तोता, हंस, मोर, वीणा, कलम, पुस्तक, जंपिंग फिश, डॉल्फिन, मछलियों के जोड़े, हरियाली या चहकते हुए पक्षियों का चित्र लगाएं। ध्यान रखें, उपरोक्त बताए गए चित्रों में से किसी एक का ही चित्र लगाएं। अध्ययन कक्ष की दीवारों का रंग सफेद, पिंकिश या क्रिम ही रखें। गहरे रंगों से बचें। स्टडी रूम को साफ सुधरा और सुंदर बनाकर रखें। चारों कोने साफ हों, खासकर ईशान, उत्तर और वायव कोण को हमेशा खाली और साफ रखें। दक्षिण और पश्चिम दिशा खाली या हल्का रखना करियर में स्थिरता के लिए शुभ नहीं है। इसलिए इस दिशा को खाली न रखें।
9. एंटीक स्टैच्यू
10. अनुपयोगी पुस्तकें या कॉफी
स्टडी टेबल पर पढ़ाई से संबंधित वस्तुएं ही रखें और उसका ज्यादातर हिस्सा खाली रखें। आप रेग या सेल्फ में उपयोगी वस्तुएं रखें।