10 Most Important Tips For Decorating: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर को सजाते वक्त अच्छी वस्तुओं का चयन और उन्हें रखने की दिशा का चयन करना जरूरी होता है। अक्सर लोग ड्राइंग रूम में सजावटी सामान रखते हैं जिससे घर सुंदर नजर आता है। आओ जानते हैं कि घर में सजावटी चीजें किस दिशा में रखना चाहिए।
1. तस्वीर : बैठक रूम में घोड़े, मछली या संयुक्त परिवार की तस्वीर या अन्य कोई सुंदर चित्र को आप पूर्व दिशा में लगाएं।
2. गुलदस्ता : बैठक रूम में सुंदर फूलों का गुलदस्ता उत्तर या ईशान दिशा में रखें। यदि यह प्राकृतिक है तो ज्यादा बेहतर होगा। एक कांच के बॉउल में पानी भरकर उसमें ताजे फूल रखने से घर परिवार में खुशियों का माहौल बनता है।
3. घड़ी और कैलेंडर : घड़ी के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व मानी गई है। अगर आपके घर में पूर्व दिशा में घड़ी लगी है इससे घर में लक्ष्मी की आगमन होता है। अगर आप घड़ी को पश्चिम दिशा में लगाएंगे तो घरवाले के मन में हमेशा सकारात्मक विचार आते हैं।
4. लाइट : लाइट की व्यवस्था आग्नेय कोण में करें या इस तरह करें कि वह संपूर्ण रूम को प्रकाशित कर सके। बैठक रूम में प्रकाश की व्यवस्था बहुत अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि यह सुख और भाग्य लाता है।
Drawing room
5. विंड चाइम्स : पवन की झंकार (विंड चाइम्स) बैठक रूम के दरवाजे पर लगाई जा सकती है। पर्दे और कुशन सुंदर और अच्छी डिजाइन वाले रखें। अच्छी सी पेंटिंग, लेस व घुंघरू की सजावट या हैंड एम्ब्रॉयडरी भी कर सकती हैं।
6. बैठक रूम का रंग-रोगन : दीवारों और टाइल का रंग सफेद, हल्के पीले, हल्के नीले या हरे रंग का होना चाहिए। दीवारों का रंग लाल, गहरा नीला या काले रंग का नहीं होना चाहिए। बैठक रूम में खिड़की और दरवाजे के पर्दे मिलते-जुलते रंगों में ही प्रयोग करें। सोफा सेट के कुशन थोड़े अलग रंग के रखें।
7. मिट्टी से बनीं सजावटी चीजें: ईशान कोण और नैऋत्य दिशा का संबंध पृथ्वी तत्व से होता है। घर की इन दिशाओं में मिट्टी से बनीं सजावटी चीजें रखना बहुत शुभ होता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
8. प्लांट : मनी प्लांट या अन्य कोई भी पौधा आप घर की ईशान या आग्नेय दिशा में रख सकते हैं।
9. युगल घोड़े का शोपीस : प्यार और आकर्षण के दिशा क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पश्चिम में सफेद युगल घोड़े का शोपीस रखकर पति-पत्नी के संबंधों में ज्यादा गर्माहट और प्यार लाया जा सकता है।
10. वंदनवार : घर के मुख्य द्वार और भीतर के द्वारों पर वंदनवार लगाकर रखें और द्वार को अच्छे से सजाकर रखें। मुख्य द्वार पर शुभ लाभ, गणेशजी, पंचमुखी हनुमान या स्वस्तिक बनाने से हमारे आसपास से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।