Vat savitri vrat: वट सावित्री का व्रत शादीशुदा महिलाएं अपने पति की भलाई और उनकी लम्बी उम्र के लिए रखती हैं। इस व्रत में वट अर्थात बरगद की पूजा और परिक्रमा की जाती है। परंतु, वट सावित्री का व्रत कब रखा जाता है? ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन वट सावित्री का व्रत रखा जाता है या कि जेठ माह की पूर्णिमा के दिन।
वट सावित्री व्रत कहां किया जाता है | Where is Vat Savitri Vrat observed ?
- वट सावित्री अमावस्या का व्रत खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, पंजाब और हरियाणा में ज्यादा प्रचलित है
वट सावित्री व्रत क्यों रखा जाता है | Kyo rakha jata hai vat savitri ka vrat?
पुराणों में यह स्पष्ट किया गया है कि वट में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों का वास है। मान्यता अनुसार इस व्रत को करने से पति की अकाल मृत्यु टल जाती है। वट अर्थात बरगद का वृक्ष आपकी हर तरह की मन्नत को पूर्ण करने की क्षमता रखता है।