Vat Savitri Vrat 2024: 6 जून 2024 को ज्येष्ठ माह की अमावस्या को वट सावित्री का व्रत रखा जाएगा जबकि 21 जून को वट पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। प्रतिवर्ष यह व्रत दो बार किया जाता है, पहले ज्येष्ठ कृष्ण त्रयोदशी से अमावस्या तक और दूसरा ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी से पूर्णिमा तक। दोनों की ही पूजा विधि समान है। हिंदू धर्म में दोनों ही व्रतों को महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए करती हैं। हिन्दू धर्म में यह व्रत अखंड सौभाग्य का वरदान देने वाला माना गया है। इसीलिए सौभाग्यवती स्त्रियों का यह महत्वपूर्ण व्रत है। आओ जानते हैं वट सावित्री व्रत की पूजा विधि।