क्या Google Maps ने PoK को मिलाया भारत में, LoC और LAC भी हटाया... जानिए पूरा सच...
बुधवार, 13 मई 2020 (12:59 IST)
हाल ही में दूरदर्शन और आकाशवाणी के माध्यम से भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगित के मौसम का हाल बताना शुरू किया है। इसके बाद से ही गूगल मैप्स की भारत के नक्शे वाली तस्वीरें तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। दावा है कि गूगल मैप्स ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत में मिला दिया है और अपने नक्शे से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को हटा दिया है।
क्या है वायरल तस्वीरों में-
वायरल तस्वीरों में कश्मीर के तहत आने वाले उन तमाम हिस्सों को भारतीय सीमा में दिखाया जा रहा है, जिस पर पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया था। इसमें पीओके समेत वह उत्तरी क्षेत्र भी शामिल हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान का नाम दिया है। न सिर्फ पाकिस्तान से लगी सीमा बल्कि चीन से सटी एलएसी जिसमें अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख आते हैं, नई तस्वीरों में वह भी भारत का हिस्सा नजर आ रहे हैं। तस्वीरें शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद गूगल मैप्स ने यह कदम उठाया है।
Pic1- Google map snapshot of year 2019. J &K border is shown as Dotted lines whichshows as a disputed territory between two counties
वायरल दावा गलत है। हालांकि, यह सच है कि गूगल ने भारतीय नक्शे से विवादित सीमाओं को हटाया है, लेकिन यह अमेरिकी हस्तक्षेप के कारण नहीं है, बल्कि यह विवादित सीमाओं पर गूगल की संशोधित नीति के कारण है, जिसमें कहा गया है कि स्थानीय कानून के अनुसार सीमाओं को दिखाया जाएगा।
इसका मतलब यह है कि अगर आप भारत में बैठकर कश्मीर को गूगल मैप्स पर देखते हैं तो इसे भारत का हिस्सा दिखाया गया है। वहीं, बाहरी देशों से देखने पर इस क्षेत्र की आउटलाइन डॉटेड लाइन्स से बनाई गई है, जो इसे एक विवादित क्षेत्र के तौर पर दर्शाती है।
गूगल मैप्स के प्रॉडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर ईथन रसेल ने इसी साल फरवरी में वॉशिंगटन पोस्ट को बताया, “विवादित क्षेत्रों और सीमाओं के मुद्दों पर हम तटस्थ रहते हैं। हम डैश्ड ग्रे बॉर्डर लाइन के माध्यम से विवाद को अपने नक्शे में प्रदर्शित करने का हर संभव प्रयास करते हैं। जिन देशों में हमारे पास गूगल मैप्स के स्थानीय संस्करण हैं, हम नाम और सीमाओं को प्रदर्शित करते समय स्थानीय कानून का पालन करते हैं।