Fact Check: क्या कपिल देव ने कहा ‘अमित शाह के बेटे के दबाव में किसानों के खिलाफ ट्वीट कर रहे भारतीय क्रिकेटर्स’? जानिए सच

बुधवार, 10 फ़रवरी 2021 (12:38 IST)
किसान आंदोलन पर पॉप सिंगर रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा ट्वीट किए जाने के बाद सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और रोहित शर्मा समेत कई खिलाड़ियों ने भारत की एकता को लेकर ट्वीट किया था। इसी बीच कपिल देव का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि कपिल देव ने कहा है कि अमित शाह के बेटे जय शाह के दबाव में भारतीय खिलाड़ी किसानों के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं।

देखें कुछ ट्वीट्स-

अमित शाह के बेटे के दवाब में किसानों के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं भारतीय खिलाड़ी
-:कपिल देव

— Roshni kushal jaiswal (@roshnikushal) February 6, 2021


#कपिल_देव का बड़ा ब्यान: अमित शाह के बेटे के दबाव में किसानों के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं भारतीय खिलाड़ी। pic.twitter.com/LqFJsqAZz0

— Amit Kumar (Sound of Democracy) (@AmitKum57479658) February 8, 2021


फेसबुक पर भी इसी तरह के दावे किए जा रहे हैं।

क्या है सच-

कपिल देव के वायरल बयान की पड़ताल करते हुए हमने सबसे पहले उनके ट्विटर अकाउंट को खंगाला, लेकिन हमें उनके अकाउंट पर ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला। हालांकि, उनके ट्विटर अकाउंट पर किसान आंदोलन से जुड़ा एक ट्वीट मिला। ट्वीट में उन्होंने लिखा है- ‘मैं अपने देश भारत से प्यार करता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि किसानों और सरकार के बीच चल रहा विवाद जल्द से जल्द खत्म हो जाए। एक्सपर्ट को फैसला लेने दें, ये बात साफ है कि देश सबसे पहले है।’

I simply love India , I wish the tiff between Farmers and Govt gets resolved ASAP.
Let the experts take a call.
One thing for sure is supreme

ALSO I WISH MY INDIAN CRICKET TEAM A GRAND SUCCESS IN THE UPCOMING SERIES AGAINST ENGLAND
Jai Hind

— Kapil Dev (@therealkapildev) February 4, 2021


पड़ताल आगे बढ़ाते हुए हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया, लेकिन हमें ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें कपिल देव के वायरल बयान का जिक्र हो। अगर उन्होंने ऐसा कोई बयान दिया होता तो मीडियो उसे रिपोर्ट जरूर करती।

वेबदुनिया की पड़ताल में कपिल देव का वायरल बयान फर्जी निकला। उन्होंने यह नहीं कहा कि अमित शाह के बेटे के दबाव के चलते भारतीय खिलाड़ी किसानों के खिलाफ बयान दे रहे हैं। बल्कि, उन्होंने उम्मीद जताई है कि किसानों से जुड़ा मुद्दा जल्द सुलझ जाए।

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