सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मस्जिद की तस्वीरें काफी वायरल हो रही है, जिसका नाम मोदी मस्जिद है। तस्वीरें शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थित इस मस्जिद का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है। एक तस्वीर में मस्जिद के नाम का बोर्ड दिखाई दे रहा है, जिसमें अंग्रेजी और उर्दू में मोदी मस्जिद लिखा हुआ है। वहीं, दूसरी तस्वीर में कुर्ता-पायजामा और टोपी पहने कुछ लोग खड़े हैं और उनके पीछे PM मोदी का एक फ्लेक्स लगा दिख रहा है।
सच क्या है?
जी हां, पहली तस्वीर पूर्वी बेंगलुरू के टास्कर टाउन की मोदी मस्जिद का ही है। लेकिन यह लगभग 170 साल पुरानी है। इस मस्जिद का नाम एक व्यापारी मोदी अब्दुल गफूर के नाम पर पड़ा है, न कि प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर। हाल ही में मस्जिद का नवीनीकरण करवाया गया था। नवीनीकरण के बाद जून की शुरुआत में मस्जिद का उद्घाटन किया गया।
बैंगलोर टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर मोदी मस्जिद के उद्घाटन का एक वीडियो अपलोड किया गया है। वीडियो में 4:55 मिनट पर मोदी मस्जिद के प्रेसिडेंट मौलाना सैयद अल्ताफ अहमद मस्जिद के इतिहास के बारे में बताते हुए देखे जा सकते हैं।
अब बात करते हैं दूसरी तस्वीर की...
दूसरी तस्वीर इंदौर की सैफी नगर मस्जिद की है। फ्लेक्स में लगी तस्वीर सितंबर 2018 की है, जब पीएम मोदी दाऊदी बोहरा समाज के ‘अशरा मुबारक’ में शामिल होने इंदौर पहुंचे थे। चूंकि यह आयोजन इंदौर का है, तो हमें यह भले भांति याद है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने वायरल तस्वीर के फ्लेक्स वाली तस्वीर के साथ पीएम मोदी के दौरे की खबर पब्लिश की थी।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि बेंगलुरु की मोदी मस्जिद का नाम पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम पर नहीं रखा गया है। वहीं, पोस्ट की दूसरी तस्वीर इंदौर की सैफी नगर मस्जिद की है।