यहां तृणमूल भवन में पांजा ने कहा कि मोदी द्वारा जनसभाओं में तंजभरे लहजे में 'दीदी ओ दी' का संबोधन किया जाना न केवल बनर्जी का बल्कि बंगाल की महिलाओं का अपमान है। उन्होंने कहा, भाजपा द्वारा हमारी मुख्यमंत्री को प्रताड़ित करने और तंग करने के कई तरीकों में यह एक तरीका है।
प्रधानमंत्री का यह व्यवहार महिलाओं के उत्पीड़न के समान है। हम पश्चिम बंगाल के लोगों पर छोड़ते हैं कि वह माकूल जवाब मोदी और अमित शाह (केंद्रीय गृहमंत्री) को दें। तृणमूल कांग्रेस नेता अनन्या चक्रवर्ती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक महिला को इस तरह से संबोधित कर अपनी पुरुषवादी मानसिकता प्रदर्शित की है, क्योंकि वे 'आसान निशाना' हैं।
पॉल ने कहा, हमारी माननीय मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह जी को चुनावी रैलियों में कैसे संबोधित किया? कैसे उन्होंने जेपी नड्डा (भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष) को संबोधित किया? उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है तो वह मोदी और रैलियों में उनके बोलने के लहजे को गलत तरीके से निशाना बना रही है।(भाषा)