गेंदबाजी में रेणुका तो बल्लेबाजी में स्मृति मंधाना रही एशिया कप की खिताबी जीत की नायिका
शनिवार, 15 अक्टूबर 2022 (17:53 IST)
सिलहट:भारत ने एकतरफा मुकाबले में शनिवार को श्रीलंका को आठ विकेट से हराकर आठ सत्र में सातवीं बार महिला एशिया कप जीत लिया है।
पिछले 14 साल में पहली बार फाइनल खेल रही श्रीलंका टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। वह नौ विकेट पर 65 रन ही बना सकी और भारत ने 8 . 3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया । स्मृति मंधाना ने 25 गेंद में नाबाद 51 रन बनाये।
श्रीलंकाई कप्तान चामारी अटापट्टू तीसरे ओवर में रन आउट हो गई जिसके बाद विकेटों का पतझड़ लग गया। अनुष्का संजीवनी भी छह गेंद बाद रन आउट हो गई।
रेणुका सिंह ने जलाई लंका, बनी मैन ऑफ द मैच
अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से शानदार फॉर्म में चल रही रेणुका सिंह ने हसिनी परेरा को पहली ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया। वह कवर में कैच देकर लौटी और उस समय श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर नौ रन था।
कविशा दिलहारी भी ज्यादा देर नहीं टिक सकी और श्रीलंका की आधी टीम 16 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। रेणुका की इनकमिंग गेंद को खेलने के प्रयास में वह बोल्ड हो गई।
राजेश्वरी गायकवाड़ ने निलाक्षी डिसिल्वा के रूप में अपना पहला विकेट लिया। श्रीलंका का स्कोर इस समय आठ विकेट पर 32 रन था और लग रहा था कि टीम 50 रन भी नहीं बना सकेगी। रणवीरा ने हालांकि 22 गेंद में नाबाद 18 रन बनाकर उसे इस शर्मिंदगी से बचाया।
भारतीयों ने अनुशासित गेंदबाजी की लेकिन शॉट चयन खराब रहने के कारण श्रीलंका के बल्लेबाजों को ज्यादा नुकसान हुआ। सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराने वाली श्रीलंकाई टीम उस लय को कायम नहीं रख सकी।
पांच रन देकर तीन विकेट लेने वाली भारतीय गेंदबाज रेणुका सिंह ने कहा कि पिछले कुछ मैचों में लचर प्रदर्शन के बाद वह इस मैच में बेहतर करना चाहती थी।
Overs
Maiden
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Wickets
Renuka Thakur put on a stunning show with the ball & bagged the Player of the Match award as #TeamIndia beat Sri Lanka in the #AsiaCup2022 Final. #INDvSL
प्लेयर ऑफ द मैच बनीं इस खिलाड़ी ने कहा, बहुत खुश हूं क्योंकि पिछले कुछ मैचों में मैंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। मैंने अपने कोच और सहयोगी सदस्यों के साथ अभ्यास किया और उन्होंने वास्तव में मुझे अपनी लय वापस लाने में मदद की।
रेणुका ने कहा, मैंने बस अपने बेसिक्स पर ध्यान दिया और सफलता हासिल की। मेरी पूरी टीम ने मेरा बहुत अच्छा समर्थन किया और इसका श्रेय मेरे कप्तान, कोच और सहयोगी सदस्यों को को जाना चाहिए।
स्मृति मंधाना ने ही ठोके 51 रन
भारत ने जवाब में शेफाली वर्मा और जेमिमा रौड्रिग्स के विकेट गंवाये। इसके बाद मंधाना ने टीम को जीत तक पहुंचाया। कप्तान हरमनप्रीत कौर 14 गेंद में 11 रन बनाकर नाबाद रही। मंधाना ने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के जड़े और ओशाडी रणसिंघे को छक्का लगाकर विजयी रन लिये।
2 विकेट जल्द गिर जाने का दबाव स्मृति मंधाना ने टीम पर आने नहीं दिया और लगातार बड़े शॉट्स खेलकर टीम को जीत की ओर अग्रसर किया। उन्होंने 25 गेंदो में 51 रन बनाए।