कौन कहता है कि महिलाओं को सशक्त बनाने की जरूरत है, असल में पुरुषों को भी जीवन के कुछ क्षेत्रों में सशक्त मनाए जाने की आवश्यकता है। रसोई एक ऐसा ही क्षेत्र है। हालांकि यह भी सच है कि सबसे बेहतर कुक देश भर में पुरुष ही मिलेंगे लेकिन इसके बावजूद आम परिवारों में आज भी किचन संभालना सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी मानी जाती है। इसी मुद्दे के मद्देनजर जिम्मी मगिलिगन सेंटर फ़ॉर सस्टेनेबल डेवेलपमेंट, सनावदिया, इंदौर पर पद्मश्री जनक पलटा एक अनूठी पहल आरंभ कर रही हैं। 8 मार्च 2018 को उनके सेंटर पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की जा रही है जो उन सभी पुरुषों के लिए है जो अपनी जीवनसाथी की मदद तो करना चाहते हैं पर वे नहीं जानते कि इसे कैसे किया जाए क्योंकि वे खाना पकाना नहीं जानते। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए कुछ ऐसे पुरुषों को इस पहल में शामिल किया गया है जो अपनी पत्नी के साथ उतनी ही दिलचस्पी और अभिरूचि के साथ सुस्वादु व्यंजन पकाते हैं जो बरसों से स्त्रियां करती आ रही हैं। सबसे अहम पहलू यह है कि यहां सिखाई जाने वाली सोलर कुकिंग हर उम्र के पुरुषों के लिए है।
इस परिकल्पना को साकार करने वाली सेंटर की डायरेक्टर डॉ. जनक पलटा मगिलिगन कहती हैं कि मैं स्व.जिम्मी मगिलिगन OBE जैसे महान व्यक्ति की पत्नी होने से बड़ी गौरवान्वित हूं, जो कहा करते थे कि भारत में धुंए वाले रसोईघर में औरत को काम करने देना उनके प्रति एक प्रकार की हिंसा है। जिम्मी मध्यभारत में सोलर कुकिंग के पायोनियर थे जिसने सोलर को कुकर को जन-जन के बीच पंहुचा कर हज़ारों महिलाओं की जिंदगी को बदलने में योगदान दिया।
डॉ. जनक पलटा ने कहा कि इस अवसर पर आप सभी को आमंत्रित करने के लिए उनका यही विचार मुझे प्रेरित कर रहा है। आप हमारी टीम के साथ जुड़िए। श्री प्रेम जोशी जी के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा साथ ही उनके साथ जुड़ रहे हैं ऐसे ही प्रतिभाशाली पुरुष जो रसोई के कार्य में दक्ष हैं। कैप्टन अनुराग शुक्ला, संदेश व्यास, समीर शर्मा, आदित्य पांडे, देवल वर्मा, राजेन्द्र चौहान। यह सभी सोलर कुकिंग का लाइव प्रदर्शन और प्रशिक्षण देंगे।