International Yoga Day 2024 : वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, मानवतावादी और आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने 20 और 21 जून को यूनाइटेड नेशंस के मुख्यालय जेनेवा में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व किया। आर्ट ऑफ़ लिविंग ने आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर भारत के कई स्थानों पर योग महोत्सव का आयोजन किया।
भारत की चीन-भूटान सीमाओं से लेकर गुजरात के हवाई अड्डों तक; दिल्ली के नेहरू पार्क से लेकर चेन्नई के समुद्र तटों तक पूरे भारत में, आर्ट ऑफ लिविंग के अनुभवी श्री श्री योग शिक्षकों के नेतृत्व में लाखों योग प्रेमियों ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शानदार उत्सव मनाया। दुनिया भर के कई देशों के लोगों में, भारत द्वारा विश्व को दिए गए इस प्राचीन उपहार, 'योग' का उत्सव मनाने की धूम रही ।
गुरुदेव का संदेश
20 जून को वैश्विक आध्यात्मिक गुरु, मानवतावादी और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक, गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने संयुक्त राष्ट्र जिनेवा में सभा को संबोधित करते हुआ कहा, 'यह, आंतरिक विकास की इस प्राचीन कला को आकर्षण के केंद्र में लाने का समय है । योग मनुष्य जाति के लिए वरदान सिद्ध हुआ है । हम सबने यह देखा है कि योग बीमारियों को ठीक करने, समस्याओं को हल करने, शरीर में लचीलापन बढ़ाने और मन को प्रसन्न और बुद्धि को तीव्र बनाने में मदद करता है। योग को प्राणायाम और ध्यान के साथ करना चाहिए क्योंकि प्राणायाम और ध्यान के बिना योगासन सिर्फ शारीरिक व्यायाम बनकर रह जाते हैं।'
दुनिया भर के लाखों योग प्रेमियों ने सार्वजनिक पार्कों से लेकर कॉर्पोरेट कार्यालयों और स्टेडियमों में योग दिवस मनाया । कई राज्यों में आर्ट ऑफ़ लिविंग के योग प्रशिक्षकों ने जेल प्रशासन के सहयोग से हजारों कैदियों के लिए योग, आसन और ध्यान के कार्यक्रम आयोजित किये। उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश और अन्य सदस्यों सहित, पर्यावरण और वन मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, भारतीय कर विभाग, रक्षा बल (सेना, नौसेना और वायु सेना), अर्धसैनिक बल (सी.आई.एस.एफ, सी.आई.एस.एफ, बी.एस.एफ, एस.एस.बी आदि) के लिए कई विशेष योग सत्र आयोजित किये गए।
केवल यही नहीं पुलिस विभाग, जेल, न्यायपालिका, होम गार्ड, भारतीय तट रक्षक, आर्थिक और सांख्यिकी विभाग सहित भारत भर के सभी सरकारी मंत्रालयों और विभागों के सदस्यों ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के सैकड़ों प्रशिक्षकों के साथ योग दिवस की सुबह योग सत्र में भाग लेकर शानदार तरीके से योग दिवस मनाया। इस योग दिवस पर एक बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी के 23,000 कर्मचारियों का उत्साह भी आकर्षण का केंद्र रहा, जिन्होंने 60 देशों से आर्ट ऑफ लिविंग के साथ लगातार 24 घंटे के योगाथॉन सत्र में भाग लिया ।
देश भर में आर्ट ऑफ लिविंग के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह की प्रमुख झलकियां:
-अरुणाचल प्रदेश के लुमला में डोलमा लाखांग (तारा देवी) बौद्ध मंदिर में सैकड़ों लोगों ने योगासन और ध्यान किए; सूरत और दुर्गापुर हवाई अड्डे पर भी सैकड़ों लोगों ने किया योग;
-बिहार के पाटलिपुत्र स्टेडियम में योग सत्र के लिए हजारों लोग उमड़े; पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, अधिवक्ता और अधिकारियों ने किया योग; बिहार के राज्यपाल माननीय. विश्वनाथ आर्लेकर भी योग सत्र में शामिल हुए;
-राजस्थान में 12 पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों, 18 आरएसी बटालियन; जेल मुख्यालय एवं 103 जेलों में योग सत्र आयोजित किए गए; तेलंगाना पुलिस अकादमी में 1200 पुलिसकर्मियों ने योग किया;
-मुंबई के सिडको में 3000 लोग योग करने के लिए एकत्र हुए
-हरियाणा और गुजरात की जेलों में हजारों कैदियों ने योग दिवस का जश्न मनाया
-पश्चिम बंगाल के बोंगांव और गायघाट के ग्रामीण जिलों के 80 स्कूल ने जमकर योग दिवस मनाया
-भारतीय संग्रहालय और फोर्ट विलियम, सी.एस.आई.आर सी.एम.ई.आर.आई के प्रतिष्ठित गलियारों ने कोलकाता में हजारों योग उत्साही लोगों के लिए पृष्ठभूमि की पेशकश की।
-आर्ट ऑफ लिविंग ने पी.वी.आर सिनेमा के 16 थिएटरों में एक घंटे के योग सत्र का नेतृत्व किया।
-मलेशिया, ताइवान, ऑस्ट्रेलिया, स्वीडन, आइसलैंड और न्यूजीलैंड के हजारों प्रतिभागी योग के इस वैश्विक उत्सव में आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़े।