1. उत्तम भोजन : यदि पेड़ पौधों को उचित खाद पानी मिलता रहता है तो वह वक्त के पहले ही नहीं मुरझाते हैं बल्कि वे भी लंबी उम्र तक हरे भरे बने रहती है। इसी तरह व्यक्ति यदि उत्तम और संपूर्ण आहार लेगा तो उसके सभी अंग प्रत्यंग अच्छे से कार्य करते रहेंगे। उत्तम, सात्विक और प्राकृतिक खाना ही खाएं। चाय, कॉफी, दूध, कोल्ड्रिंक, मैदा, बेसन, बैंगन, समोसे, कचोरी, पोहे, पिज्जा, बर्गर आदि त्याग उत्तम आहार नहीं है।
3. व्रत : सप्ताह में एक बार व्रत या उपवास रखना जरूरी है। इससे शरीर में जमा गंदगी बाहर निकलने लगती है। उपवास से शरीर शुद्ध और निर्मल बनता है। यूनिवर्सिटी कालेज लंदन स्थित इंस्टिट्यूट औफ हैल्थ ऐजिंग के बुढ़ापे से निबटने के मकसद से आनुवंशिकी और लाइफस्टाइल फैक्टरों का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिक भी उपवास के महत्व को मानते हैं। इंस्टिट्यूट में रिसर्च टीम से जुड़े प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. मैथ्यू पाइपर का कहना है कि आहार पर नियंत्रण जीवन को दीर्घायु बनाने का एक असरदार तरीका है। डॉ. पाइपर के मुताबिक यदि आप किसी चूहे के आहार में 40% की कमी कर दें तो वह 20 या 30% ज्यादा जीवित रहेगा। उनके जैसी राय रखने वाले कई अन्य वैज्ञानिकों का दावा है कि आहार पर नियंत्रण से मनुष्य का जीवनकाल भी बढ़ाया जा सकता है।
5. पर्याप्त नींद : उचित समय पर सो जाना और उचित समय पर उठना जरूरी है। देर रात तक जागना और देस सुबह तक उठने से हमारी प्राकृतिक नींद गड़बड़ हो जाती है जिसका असर उम्र पर पड़ा है। इसके लिए आप उठने के बाद ध्यान करें और सोन के पूर्व ध्यान करें। आप योगनिद्रा भी सीख सकते हैं। ध्यान जहां हमारे जागरण को ठीक करता है, वहीं योग निद्रा हमारी नींद को ठीक करती है।