माण्डुकी मुद्रा बनाने की विधि- सबसे पहले मुंह को बंद कर दें। फिर जीभ को पूरे तालू के ऊपर दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे घुमाएं। इससे जीभ में लार उत्पन्न होगी। इसी को सुधा या अमृत कहते हैं। तालू से टपकती हुई लार बूंदों का जीभ से पान करें। इस क्रिया को ही माण्डुकी मुद्रा कहते हैं।