इस सीजन की तकरीबन हर परीक्षा में लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ा है। चाहे वह सीबीएसई हो, आईसीएसई हो, मध्यप्रदेश बोर्ड हो या आईआईटी-जेईई का इम्तिहान हो... हर रिजल्ट में लड़कियाँ लड़कों से आगे रही हैं। सवाल यह है कि आखिर लड़कों के लगातार पिछड़ने का कारण क्या है। क्या आज का युवा करियर के प्रति कॉन्शियस नहीं है। क्या उसमें आगे बढ़ने की जिद नहीं है। या देश में बढ़ती बेरोजगारी के कारण पढ़ाई से उनका दिल ऊब रहा है।