बत्ती गुल (05 जनवरी 2012)

इस बार बत्ती गुल के लिए एमबी खालसा कॉलेज का रुख किया। यहाँ किसी एक कोर्स के नहीं, बल्कि अलग-अलग कोर्स के विद्यार्थी मिले, पर अनुभव कुछ खास अच्छे नहीं हुए। कोर्स चाहे कोई भी हो, समसामयिक जानकारियों के मामले में वही ढाक के तीन पात। अब कितनी बार आपको समझाएँ सामान्य ज्ञान की अहमियत... चलिए इस बार का हाल पढ़िए।

प्रश्न : पुड्डुचेरी में आए तूफान का नाम क्या है?
ऑप्शन - निशा, थाने, लैला, बॉब

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पहले-पहल बात शुरू हुई योगेन्द्र सिंह के साथ। यह बीएड कर रहे हैं। पहले तो सवाल सुनकर इनकी बत्ती पूरी तरह गुल हो गई। फिर ऑप्शन्स जानकर इनके दिमाग में मोमबत्ती की सी रोशनी हुई। थोड़ा सोच-विचार करने के बाद इन्होंने 'थाने' को चुना। (कारण?) वहाँ तूफान आते रहते हैं न, इसलिए यही नाम होगा। (क्या? तूफान तमिलनाडु में आया है महाराष्ट्र में नहीं)

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फिर बात हुई दिलीप कुमार कुशवाह से। इन्होंने भी बत्ती गुल के मैदान में तुक्का मारने की सोची। पुड्डुचेरी में आए तूफान का नाम थाने है। (क्यूँ?) दक्षिण भारत में आया है न यह तूफान, वहाँ की भाषा कुछ ऐसी है। उसी हिसाब से लगा कि यही नाम होना चाहिए वहाँ आए तूफान का। (वाह! क्या तर्क है) कहीं पढ़ा नहीं आपने इस बारे में? पढ़ा तो था, पर तूफान का नाम नहीं देखा। बस क्या हुआ इतना पढ़ लिया। (यह भी ठीक है।)

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चलिए विपिन अब आप लगाइए तुक्का, अरे मतलब अब आप जवाब बताइए। लैला तो भारत में नहीं आया था, विदेश में ही कहीं कैटरीन भी आया था। (अरे तो देसी तूफान का नाम बताइए न) निशा होगा पुड्डुचेरी वाले तूफान का नाम। (क्यों?) बस लग रहा है। वैसे दो-चार दिन से पेपर नहीं पढ़ा। (कोई नया बहाना ढूँढ़िए, इन पुराने बहानों से हमारे पाठक बोर होने लगे हैं।)

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उमेश सोनी से प्रश्न पूछने पर पहले यह भी बगले झाँकने लगे। फिर दिमाग पर थोड़ा जोर डालने पर इन्हें याद आया कि इन्होंने इस बारे में अखबार में पढ़ा था। खबर किस पेज पर छपी थी और उसमें क्या-क्या था इन्हें सब कुछ याद आ गया सिवाए तूफान के नाम के। (अब क्या कर सकते हैं!) अंत में इन्होंने भी तुक्का मारा, पक्का तो नहीं पता, पर थाने होना चाहिए। (चलिए मान लेते हैं आपकी बात)

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कैंटीन के पास बैठे हुए हमें मिले लोकेश शर्मा और विपिन बाघेला। लोकेश आप क्या करते हैं? मैं एमएससी फर्स्ट सेम में हूँ। अच्छा अखबार वगैरह पढ़ते हैं? आपको इस बारे में कोई जानकारी है? नहीं वैसे तो खास जानकारी नहीं है। सुना जरूर है इस बारे में। थाने तो एक जगह का नाम है... शायद बॉब होगा। (और यह लगा एक और शानदार तुक्का...)

दोस्तों इन सभी तुक्केबाजों में से जिनका निशाना 'थाने' पर लग गया है, उन सभी को बधाई। पुड्ड्‌ुचेरी में आए तूफान का नाम थाने ही है।
- आरती मंडलोई

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