मोबाइलिंग में करि‍यर

- अशोक सिंह
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मोबाइल फोन के प्रति बच्चों और युवाओं में ही नहीं बल्कि प्रत्येक पीढ़ी के लोगों में लगातार तेजी से बढ़ता हुआ क्रेज देखा जा सकता है। यह मोबाइल -वैल्यू एडेड सर्विस (वैस) की हाई स्‍पीड से डवलप हुई विविधता से संभव हुआ है। इसमें महज कॉल की बात नहीं होती, इसके अलावा गेमिंग, एम-कॉमर्स, इंटरनेट सर्फिंग, चेटिंग, वीडियो उपयोग, एसएमएस, एमएमएस आदि का खासतौर से जिक्र किया जा सकता है। इनका विकास एम-वी, एटी प्रोफेशनल ही करते हैं। नेस्कॉम की रिपोर्ट के अनुसार आगामी वर्षों में इस क्षेत्र के कम से कम 1-1.5 लाख प्रोफेशनल्स की जरूरत देश में पड़ेगी।

ऐसी लें ट्रेनिंग

1. विभिन्न मोबाइल सेवाओं (जीएसएम, सीडीएमए, डब्ल्यूसीबीएमए) की जानकारी

2. नेटवर्क के विभिन्न अवयवों वॉयस, डेटा और ब्रॉडबेंड की समझ

3. मोबाइल वैल्यू एडेड सर्विस की डिजाइनिंग करने की ट्रेनिंग

4. ओरेकल, माइक्रोसॉफ्ट तथा यूनिक्स एडमिंस्ट्रेशन का अनुभव

5. सी, सी++ और जावा का समुचित ज्ञान

6. गेमिंग सॉफ्टवेयर से अवगत होना जरूरी

7. एनिमेशन और ग्राफिक्स में ट्रेंड

क्‍या बन सकते हैं

कंटेंट डेवलपर-
इनका काम नई सृजनात्मक परिकल्पनाओं को मूर्त रूप देना और सॉफ्टवेयर के तौर पर विकसित करना है ताकि उनकी कंपनी इनका कॉपीराइट अधिकार सुरक्षित करवा सके। स्किल और कार्यानुभव के बूते ये कंटेंट एग्जिक्यूटिव, कंटेंट मैनेजर तथा जीएम तक के पदों तक पहुँच सकते हैं।

सॉफ्टवेयर डेवलपर-
ये विभिन्न उपयोगों के उपयोगों के अनुसार अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का विकास करते हैं। इनकी नियुक्तियाँ सॉफ्टवेयर डेवलपर, मोबाइल गेम्स एप्लिकेशन टेस्टर्स/डेवलपर आईफोन, एंड्रॉयड एप्लिकेशन प्रोग्रामर आदि के रूप में होती है।

टेक्नोलोजी प्लेटफॉर्म डेवलपर-
ये टेलीकॉम कंपनियों और मोबाइल वैल्यू एडेड सर्विस प्रोवाइडर्स के बीच सेतु का काम करते हैं। सॉफ्टवेयर का इंस्टॉलेशन और नेटवर्किंग के अनुरूप उपयोग संबंधित समस्त काम इनके जिम्मे होता है।

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