आजादी के अमृत महोत्सव पर MSP नहीं MRP वाला किसान बनाने का संकल्प: कमल पटेल

विकास सिंह

सोमवार, 8 अगस्त 2022 (08:15 IST)
भारतवर्ष की पहचान एक कृषि प्रधान देश के रूप में रही है। आजादी के 75 वर्षो में हर सरकार किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने को लेकर तमाम तरह के दावे करती आई है। आज आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की बात भी जोर-शोर से हो रही है। आजादी के इन 75 वर्षों में किसानों की दशा और दिशा में क्या बदलाव हुए और आज केंद्र सरकार और मध्यप्रदेश सरकार का कृषि सेक्टर को लेकर क्या रोडमैप है इसको लेकर ‘वेबदुनिया’ ने आजादी के अमृत महोत्सव पर अपनी खास श्रृखंला 'कल, आज और कल' में मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल से खास बातचीत की। 
 
नए संकल्प लेने का अमृत महोत्सव-आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आव्हान पर पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मना रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा अभियान में हर घर पर तिरंगा लगाकर हर नागरिक को गर्व महसूस करने का एक अवसरर है। आजादी का अमृत महोत्सव नए संकल्प लेने का समय है। आज हर भारतवासी संकल्प लें कि खुद और अपने परिवार के साथ समाज और राष्ट्र के लिए जिएंगे। देश सर्वोपरि है, राष्ट्र सर्वोपरि है। हर नागरिक और हर वर्ग में राष्ट्रभक्ति का ज्वार और राष्ट्र प्रेम जगे इसलिए आजादी का अमृत महोत्सव में हर घर तिरंगा अभियान मना रहे है। 
 
MP में 1 करोड़ 51 लाख घरों पर फहरेगा तिरंगा-मध्यप्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में एक करोड़ 51 लाख घरों पर तिरंगा फहराया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव में हर प्रदेशवासी बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहा है और लोग स्वयं खरीद कर तिरंगा फहरा रहे है। आजादी के अमृत महोत्सव पर मैं सभी प्रदेशवासियों और किसानों भाईयों से अपील करता हूं कि अपने घरों पर तिंरगा फहराए और गर्व महसूस करें। 
21वीं सदी भारत की सदी- माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते है। भारत को समृद्धशाली, वैभवशाली बनाना चाहते है। आज हम गर्व और विश्वास से कह सकते हैं कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आजादी के अमृत महोत्सव में 21वीं भारत की सदी बनेगी और 130 करोड़ भारतीय समाज और देश के लिए जिएंगे। 
 
दुर्भाग्य से आजादी के बाद देश की सत्ता पंडित जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस के हाथ में आई थी। उन्होंने देश के लिए जीना नहीं सीखा। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने परमाणु विस्फोट करके इस देश का खोया हुआ सम्मान, स्वाभिमान, पुरुषार्थ और देश भक्ति का ज्वार जगाया और अब उसी को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी आगे बढ़ा रहे। 
 
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी नई शिक्षा पद्धति लेकर आए है जिससे स्वाभिमान, पुरूषार्थ और चरित्रवान नागरिक तैयार होंगे और उसी के बल पर देश आत्मनिर्भर बनेगा और भारत दुनिया में सिरमौर बनेगा और 21 वीं सदीं भारत की सदी बनेगी। इसलिए प्रधानमंत्री जी का पूरे मध्यप्रदेश की तरफ से धन्यवाद करते है। प्रधानमंत्री जी को विश्वास दिलाते है कि उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में हम उनके आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेंगे।
खेती को लाभ का धंधा बनाने का संकल्प-आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रधानमंत्री जी ने खेती को लाभ का धंधा बनाने का जो संकल्प लिया है। उसको किसान भाई प्राकृतिक खेती के माध्यम से पूरा करेंगे। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में प्राकृतिक कृषि बोर्ड बनाया गया है। प्राकृतिक खेती से पर्यावरण सुरक्षित होने के साथ जो अनाज पैदा होगा वह शुद्ध होगा, जिससे देश का नागिरक स्वस्थ्य होगा। आज मिट्टी का स्वास्थ्य और पर्यावरण बचाने के लिए प्राकृतिक खेती आवश्यक है।  
 
मधयप्रदेश में 99 हजार हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती शुरु करने जा रहे है और जो किसान एक एकड़ में प्राकृतिक खेती करेगा उसको एख देशी गाय पालने के लिए 900 रूपया महीना और साल में 10 हजार 800 रूपया का अनुदान दिया जाएगा। इसके प्रदेश के सभी 52 जिलों में 100-100 गांवों को प्राकृतिक खेती के लिए जोड़ा गया है। हर गांव में पांच किसान को अनुदान देंगे और आने वाले समय में इसे 10 गुना बढ़ाया जाएगा। प्राकृतिक खेती से किसान की आय दोगुनी करके प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेंगे। 
 
महात्मा गांधी के सपने को साकार कर रहे प्रधानमंत्री-नरेंद्र मोदी जी देश के पहले प्रधानमंत्री है जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्र विशेषकर किसानों के लिए गांव के विकास और आत्मनिर्भर पर ध्यान दिया है। प्रधानमंत्री जी ने स्वामित्व योजना लाकर गांव और शहर के विभेद को खत्म करके गांव में रहने वालों को आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया है। हरदा जिला देश का पहला जिला है जिसने स्वामित्व योजना के 100 फीसदी साकार किया है। इस योजना के लागू होने के बाद गांव का किसान उद्योग धंधे लगाने के साथ आज आत्मनिर्भर बन रहा है 
 
किसान अब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग करता था। फसल जब तैयार होती है तो सप्लाई ज्यादा होती है और मांग कम जिससे किसानों को उचित दाम नहीं मिल पाता था। स्वामित्व योजना के लागू होने से किसान अब वेयर हाउस, कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेंसिंग प्लाटं के साथ कृषि पर आधारित उद्योग लगा सकेगा। अब किसान अपनी प्रापर्टी को गारंटी पर रखकर कृषि पर आधरित उद्योग लगा सकेगा। स्वामित्व योजना से गांव और किसान को आत्मनिर्भर बनाने का सपना साकार हो रहा है। स्वामित्व योजना गांव को आत्मनिर्भर बनाने के साथ हिंदुस्तान को सोने की चिड़ियां बनाएगी। 
 
आजादी के बाद जो कांग्रेस को करना चाहिए था लेकिन नहीं किया। इसलिए मैं कहता हूं कि भारत 15 अगस्त 1947 के बाद आजाद हुआ लेकिन सही अर्थों में गांवों को आजादी दिलाई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी और दीनदयाल उपाध्याय के सपने को पूरा किया है। अगर इस देश में कोई सच्चा गांधीवादी है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी है क्योंकि उन्होंने महात्मा गांधी जी के सपने को पूरा करने का काम किया है। 
 
यह असली गांधी नहीं है,नकली गांधी बनकर देश पर साठ साल राज कर देश को बर्बाद किया है। देश में बेरोजगारी, भुखमरी, जातिवाद, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, अलगावाद, टुकड़-टुकड़ा गैंग दिया है। इसलिए मोदी जी ने कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया है। 
 
जो काम देश में 60 साल में नहीं हुए उसे मोदी जी ने सात साल में कर दिखाया। आज मोदी जी कोई आव्हान करते है उसको पूरा देश मानता है और यहीं सबसे बड़ी विश्वसनीयता मोदी जी की और भारतीय जनता पार्टी की है।
 
MSP नहीं MRP वाला किसान बनाने का संकल्प- आजादी के अमृत महोत्सव पर किसानों की आय दोगुनी करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है। प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि किसानों की फसल का न्यूततम मूल्य (MSP) क्यों? आज हर चीज की MRP है लेकिन किसानों की फसल की नहीं इसका बड़ा कारण आजादी के बाद नीति का अभाव था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के नेतृत्व में ऐसी नीति बना दी गई है कि किसान खेती भी करेगा,उत्पादन भी करेगा, ग्रेडिग भी करेगा और फूड प्रोसेंसिंग और पैकेजिंग भी करेगा यानि किसान अब MRP वाला बनेगा। आजादी के अमृत महोत्सव पर मध्यप्रदेश इस दिशा में काम कर किसान को MSP वाला नहीं MRP वाला बनना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हर सपने को मध्यप्रदेश सबसे पहले साकार कर रहा है।  
 

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