Opposition question on Election Commission: लोकसभा की 190 सीटों पर पहले और दूसरे चरण में हुए मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा देर से आने के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाया है। आयोग ने 19 और 26 अप्रैल को हुए पहले दो चरणों के मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा मंगलवार शाम यानी 30 अप्रैल को जारी किया। पहले चरण में मतदान प्रतिशत 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत दर्ज किया गया।
तृणमूल प्रमुख का सनसनीखेज आरोप : तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मतदान प्रतिशत में अचानक वृद्धि न केवल चिंताजनक है बल्कि ईवीएम की प्रामाणिकता पर भी गंभीर आशंका पैदा करती है। उन्होंने कहा कि आयोग को ईवीएम निर्माताओं का ब्योरा सार्वजनिक करना चाहिए क्योंकि भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है। बनर्जी ने आरोप लगाया कि ईवीएम बदली जा रही हैं और जहां भाजपा को कम वोट मिले हैं, वहां बीजेपी के पक्ष में वोट डाले जा रहे हैं। कांग्रेस ने भी मतदान से संबंधित आंकड़े जारी करने में देरी के लिए निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा।
क्या कहा चुनाव आयोग ने : निर्वाचन आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया कि मतदान के अंतिम आंकड़े डाक मतपत्रों की गिनती और कुल मतों की गिनती को जोड़ने के बाद ही उपलब्ध होंगे। डाक मतपत्रों में मतदान करने की सुविधा सेवा मतदाताओं, अनुपस्थित मतदाताओं जिनमें 85 वर्ष से अधिक आयु वाले, दिव्यांग, आवश्यक सेवाओं और चुनाव ड्यूटी पर कार्यरत कर्मियों को दी जाती है। आयोग ने बताया कि रोजाना प्राप्त होने वाले डाक मतपत्रों की जानकारी सभी उम्मीदवारों को दी जाती है। (एजेंसी/वेबदुनिया)