तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम कुछ कम किए भी तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने वालों को इसका फायदा नहीं मिल सका। हवाई जहाज, ट्रेन, बस, टैक्सी कार, ऑटो के किराए में इस वर्ष कोई उल्लेखनीय कमी दर्ज नहीं की गई। इसी तरह माल भाड़ा भी कम नहीं हुआ और महंगाई के बढ़ते कदम को थामने में की दिशा में तेल का योगदान नगण्य रहा।