अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले की दसवीं बरसी पर एक ओर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शपथ ली है कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में नहीं डगमगाएगा। वहीं दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने कहा है कि अमेरिकी 9/11 और उस वक्त बहादुरी से काम लेकर देश की रक्षा करने वालों को कभी नहीं भूलेंगे।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए भयावह हमले की दसवीं बरसी पर पूरे देश में उस घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन में पुलिस की उपस्थिति बहुत ज्यादा बढ़ गई है और ओबामा ने ‘उच्च स्तरीय सतर्कता’ के आदेश दिए हैं। दसवीं बरसी पर आतंकवादी हमले की आशंका के कारण सुरक्षा के कड़े से कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
पेनसिल्वेनिया के शांक्सविले में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और वर्तमान उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने ‘यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93’ पर सवार उन बहादुर यात्रियों की याद में एक स्मारक का उद्घाटन किया जिन्होंने देश को बचाने की खातिर अपनी जान गंवाई थी। इस अवसर पर हादसे के शिकार लोगों के परिजन भी मौजूद थे।
बुश ने विमान में सवार 40 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को बहादुरी पुरस्कार से नवाजा क्योंकि उन्होंने विमान अपहर्ताओं पर काबू पाकर एक और बड़े हादसे को होने से टाल दिया था। बुश ने कहा कि विमान के यात्री और चालक दल के सदस्यों ने ही आतंकवाद के खिलाफ पहली लड़ाई शुरू की।
आतंकवाद के खिलाफ युद्ध शुरू करने वाले पूर्व राष्ट्रपति बुश ने कहा कि मगर 10 साल बाद भी हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजन उस टीस को महसूस करते हैं बुश ने कहा कि उस सुबह की यादें और दर्द अब भी ताजा हैं। अमेरिका आपके इस दुख में आपके साथ है। वह इसे कभी नहीं भूलेगा। (भाषा)