घर सजाएँ, दीप जलाएँ

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सतरंगी रोशनी की झिलमिलाहट में रंग-बिरंगे रंगों से दुल्हन की तरह सजे घर-आंगन और बाजार अपनी रौनक से हमें दीपावली की दस्तक का एहसास करा रहे हैं। शॉपिंग, सजावट और मेल-मिलाप के इस त्योहार पर हमारे परिधानों से लेकर दीवारों के रंग और घर की सजावट की हर चीज में कुछ न कुछ नयापन होता है। शॉपिंग के लिहाज से साल के सबसे बड़े त्योहार दीपावली पर हमारे बजट का एक बड़ा भाग घर के डेकोरेशन पर खर्च होता है। ऐसे में अपने सीमित बजट में इंटीरियर डेकोरेशन की वस्तुओं का चयन करने में स्मार्ट शॉपिंग की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है

ऐसी मान्यता है कि दीपावली पर धन और ऐश्वर्य की देवी माँ लक्ष्मी कुमकुम भरे कदमों से हमारे घर में अपने शुभ कदम रखती हैं। धन-धान्य व सुख-समृद्धि की कामना के साथ माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए हम अपने घर के हर कोने को बड़े ही करीने से सजाते हैं। पाँच दिनों तक चलने वाले इस पर्व पर हमारी पसंद और भावनाओं के रंगों में सजने व ढलने के कारण हमारे घर की हर दीवार मौन रहते हुए भी मानो हमसे बहुत कुछ कह जाती है। जब मौका है दीपावली पर अपने घर पधारे आगंतुकों से मेल-मिलाप व उनके स्वागत का तो ऐसे शुभ मौके पर घर के डेकोरेशन का लाजवाब होना बेहद ही जरूरी हो जाता है।

यह सच है कि दीपावली पर हमारे बजट का एक बड़ा भाग घर की सजावट व रंग-रोगन में चला जाता है। कुछ लोग इसके लिए लाखों रुपए खर्च करते हैं और कुछ समझदारी से अलग-अलग जगह से चुनिंदा चीजें खरीदकर कम खर्च में घर की सजावट करते हैं। सजावट के शौकीन लोग तो घर में पड़ी पुरानी चीजों का भी मेकओवर कर उन्हें त्योहारों हेतु आकर्षक व उपयोगी बना देते हैं। यदि हम युवाओं की बात करें तो आजकल के युवा अपने घर की सजावट में नए-नए प्रयोग करना पसंद करते हैं। शहर के कुछ युवाओं से होम डेकोरेशन के उनके तरीकों पर चर्चा करने के साथ ही हम आपके लिए लेकर आए हैं दीपावली पर कम खर्च में घर का मेकओवर करने के कुछ आसान टिप्स-

1 चौड़ी बॉर्डर वाली साड़ी से बने पर्दे आपके कमरे को एक ट्रेडीशनल टच देते हैं। पूरी साड़ी का पर्दा बनवाने की बजाय आप चाहें तो साड़ी की बॉर्डर को पर्दे के किनारों पर स्टिच करवाकर पर्दे को नया लुक दे सकते हैं।

2 मिरर वर्क, थ्रेड वर्क व कच्छी कशीदे से सजे कुशन कवर त्योहारों के लिए बेस्ट हैं। ये आपके कमरे को कलरफुल बनाने के साथ ही उसे ट्रेडीशनल टच भी देते हैं।

3 डेकोरेशन को फेस्टिवल के अनुसार टच देने के लिए कमरे के एक कोने को फ्लोटिंग कैंडल्स से रोशन करें।

4 अलग-अलग आकार और डिजाइन की मिट्टी या मैटल की घंटियों को भी आप पास-पास में हेंग करके कमरे में लगा सकते हैं। इन घंटियों को लगाकर आप अपने घर की खुबसूरती व वातावरण दोनों को खुशनुमा बना सकते हैं।

5 अलग-अलग आकार व आकृति के मिट्टी तथा टेराकोटा के पॉट आपके कमरे की खूबसूरती में चार चाँद लगा देंगे। आप इन्हें किसी टेबल पर सजा सकते हैं।

6 रोशनी के इस त्योहार पर लाइटिंग अरेंजमेंट में बदलाव कर आप फेस्टिवल पर अपने घर को आकर्षक बना सकते हैं।

7 अतिथियों के स्वागत के लिए दरवाजे पर लगाए गए वंदनवार या तोरण दिखने में खूबसूरत लगने के साथ ही त्योहार पर परंपरा का भी आभास कराते हैं। बाजार में काँच, कोढ़ी, नारियल, ऊन, मोती से सजे बड़े ही खूबसूरत तोरण मिलते हैं, जिन्हें सजाकर आप घर के प्रवेश द्वार को खूबसूरत बना सकते हैं।

8 रंगोली किसी भी त्योहार को परफेक्ट बनाती है। बाजार में मिलने वाली रेडिमेड रंगोली चिपकाकर भी आप फर्श को खूबसूरत बना सकते हैं।

9 इन्डोर प्लांट्‌स घर को डेकोरेट करने के लिए बेहतर विकल्प है। इन्डोर प्लांट लगे गमलों को रंगकर उसे गेस्ट रूम में सजाएँ।

10 कमरे के फर्नीचर को री अरेंज कर आप कमरे के लुक में नयापन ला सकते हैं।

11 दीवारों पर रंग कमरे के आकार पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ते हैं। रंगों के लाइट शेड छोटे कमरे को बड़ा व डार्क शेड बड़े कमरे को छोटा होने का आभास कराते हैं।

12 घर के प्रवेश द्वार पर तोरण लगाना शुभ का प्रतीक माना जाता है। बाजार में आपको फ्रेश फ्लॉवर, ड्राय फ्लॉवर, वेलवेट, काँच व कोढ़ी आदि से बने खूबसूरत तोरण आसानी से मिल जाएँगे।

13 फ्लोटिंग कैंडल्स कमरे को झिलमिलाती रोशनी से रोशन करने के साथ ही डेकोरेटिव पीस की तरह भी उपयोग में लाए जाते हैं। सेंटर टेबल या डाइनिंग टेबल पर सजाने पर यह बेहद ही खूबसूरत लगते हैं।

14 ताजे फूलों से सजे फ्लॉवर पॉट व फ्लॉवर बॉस्केट सेंटर टेबल की खूबसूरती को चार गुना बढ़ा देते हैं। फ्लॉवर पॉट को आप टेलीफोन टेबल या डाइनिंग टेबल पर भी सजा सकते हैं।

दीये से सजाएँ घर
दीपावली पर ताजे फूलों से घर को डेकोरेट करने की बजाय इस बार रश्मित ने ड्राय डेकोरेशन को अधिक महत्व दिया है। ड्राय डेकोरेशन के लिए रश्मित कौर खनूजा ने बाजार से नकली फूलों की लड़ियाँ, तोरण और फ्लॉवर बंच खरीदे हैं। ऐसा करने के पीछे रश्मित का तर्क है कि लंबे समय तक सुरक्षित रहने के कारण और बार-बार चेंज करने का विकल्प होने के कारण ड्राय डेकोरेशन बेस्ट होता है। इसी के साथ ही रोशनी के इस त्योहार पर फूलों के साथ ही रातभर जगमगाने वाले दीपक भी खास होना चाहिए। इसी बात को ध्यान में रखकर इस दीपावली पर रश्मित ने वाटर कैंडल, जेल कैंडल, फाइबर कैंडल और फ्लोटिंग कैंडल्स की कई वैराइटियाँ खरीदी हैं। कलरफुल और आकर्षक लुक वाले इन दीयों को आप सेंटर टेबल पर या कमरे के किसी कोने में बखूबी सजा सकते हैं। डेकोरेशन में बदलाव लाने के लिए रश्मित ने इस बार ऑइल पेंट की जगह कोन पेंटिंग से मिट्टी के दीयों पर कई खूबसूरत आकृतियाँ बनाई हैं, जिससे सस्ते व टिकाऊ दिखने वाले इन दीयों को आकर्षक बनाया जा सकता है।

कंट्रास्ट रंग के पर्दे
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तरुण तिवारी ने दीपावली पर गेस्ट रूम की सजावट के लिए पर्दे, कुशन कवर, टेबल क्लॉथ आदि की शॉपिंग की है, जिसमें उन्होंने ग्लॉसी की बजाय कंट्रास्ट रंगों पर अधिक ध्यान दिया है। तरुण ने लाइट क्रीम और पिंक कलर के पर्दों को अपने गेस्ट रूम के डार्क ब्राउन रंग के फर्नीचर से कंट्रास्ट रंग का होने के कारण खरीदा है। त्योहार के मद्देनजर इन दिनों बाजार में कुशन कवर की भी अनगिनत वैराइटियाँ उपलब्ध हैं। तरुण की मानें तो कमरे के पर्दों के रंग से मेल खाते कलरफूल पैचवर्क वाले कुशन कवर और पर्दों के साथ मिरर वाले हेंगिंग्स इस दीपावली पर आपके कमरे की खूबसूरती में चार चाँद लगा सकते हैं।

पारंपरिक थीम आधारित डेकोरेशन
आजकल त्योहारों पर थीम पर आधारित डेकोरेशन का बहुत अधिक चलन है। राजस्थानी कला को पसंद करने वाली तनुजा शर्मा ने इस दीपावली पर राजस्थानी थीम को ध्यान में रखकर अपने घर के हर कमरे को सजाया है। कम बजट में घर की सजावट के लिए तनुजा ने घर के प्रवेश द्वार पर ऑइल पेंट से पारंपरिक मांडना डिजाइन बनाई है। पारंपरिक राजस्थानी स्टाइल के तोरण प्रवेश द्वार की खूबसूरती को बढ़ा रहे हैं। सोफा, टेबल क्लॉथ व बेडशीट कवर के लिए उन्होंने बाटिक व बाग प्रिंट को चुना है। मिट्टी के मटकों पर खड़ी व गेरू से पेंटिंग कर तनुजा ने उन्हें गेस्ट रूम के एक कोने में बड़ी ही नजाकत से सजाया है। इसी के साथ ही बाजार में मिलने वाली कपड़े की छोटी-छोटी चिड़ियाँ और मिरर वर्क की हेंगिंग्स को पर्दे के दोनों ओर हेंग कर उन्होंने अपने थीम बेस्ड डेकोरेशन में चार चाँद लगा दिए हैं।

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