सर्दियों में आपकी डाइट

सर्दियों का मौसम पूरे साल की सेहत बनाने का मौसम होता है।
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इस समय डाइजेशन सिस्टम पूरी क्षमता से काम करता है। सभी हैवी डाइट खाना पसंद करते हैं। ड्रायफ्रूट्‌स और नट्‌स के साथ सैचुरेटेड फैट्‌स भी मेन्यू में शामिल किए जाते हैं। न्यूट्रिशनल डाइट जैसे कि इस मौसम में खाई जाती है, सालभर के लिए शरीर का पोषण करती है। रिच और हैवी डाइट की शर्त यही है कि उसके साथ खूब कसरतें भी की जाएँ। कई युवा ड्रायफ्रूट्‌स और नट्‌स से रिच डाइट लेते हैं, लेकिन कसरत से जी चुराते हैं। वे शरीर पर चर्बी की एक मोटी परत चढ़ा लेते हैं। उनके लिए जरूरी यही है कि कसरतों से मुँह ना मोड़ें।


हमारी लाइफ स्टाइल और भोजन दोनों का ही हमारी कार्यशैली पर गहरा प्रभाव पड़ता है। हम जैसा भोजन करते हैं, उसका असर हमारे तन और मन दोनों पर होता है। मौसम के बदलते ही अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त व निरोगी बनाए रखने के लिए हमें उस मौसम के मिजाज को भाँपते हुए अपने भोजन में कुछ फेरबदल करने होते हैं। इसमें दो राय नहीं है कि हेल्थ कांशियस युवाओं के लिए यह मौसम बड़ी चुनौतियों से भरा है। इस सर्द मौसम में एक्सरसाइज करके अपने शरीर को गर्म व ऊर्जावान बनाए रखने के साथ ही युवाओं के लिए अपने भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करना भी जरूरी हो गया है, जिनकी कम मात्रा लेने पर भी उनके शरीर को भरपूर कैलोरी मिले। यदि आप भी सर्दियों में अपनी डाइट को लेकर कन्फ्यूज हैं तो युवा के इस अंक में हम आपके लिए लेकर आए हैं- सर्दी के मौसम में लो फैट विद हाई कैलोरी से भरपूर भोजन की जानकारी। इन्हें अपने डाइटचार्ट में शामिल कर आप इस मौसम में भी अपने शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रित रख पाएँगे।

सर्दियों में युवाओं की डाइट
खान-पान के शौकीन युवाओं के लिए सर्दी का मौसम चुनौतियों से भरा मौसम होता है। इस मौसम में अपने शरीर से थकान व आलस्य को दूर भगाने के साथ ही दिन भर स्फूर्ति और ऊर्जा से भरपूर रहने के लिए युवाओं को अपनी डाइट पर कंट्रोल करके डाइट चार्ट को फॉलो करना चाहिए।

सुबह का नाश्ता
सुबह का नाश्ता हमें स्फूर्ति व ऊर्जा देता है। नाश्ते में आप अंडे के साथ ब्रेड, उपमा, सैंडविच, डोसा आदि ले सकते हैं। रोजाना नाश्ते के बाद मलाई निकले हुए एक गिलास गर्म दूध का सेवन करना न भूलें। इन सभी चीजों के साथ एक प्लेट फ्रूट या वेजीटेबल सलाद आपके नाश्ते को कम्प्लीट बनाएगा।

दोपहर का भोजन
अपने दोपहर के भोजन में आप हरी सब्जी, चपाती, ताजा दही या छाछ, छिलके वाली दाल के साथ चावल, गरमा-गरम सूप ले सकते हैं। लंच में हरी चटनी भोजन में मल्टीविटामिन्स की कमी को पूरा करती है।

रात का भोजन
सर्दियों में रात को आप जल्दी भोजन करने की आदत डालें। रात का भोजन आपके दोपहर के भोजन की अपेक्षा हल्का होना चाहिए। रात को भोजन में आप खिचड़ी या दलिया जैसे हल्के भोजन का सेवन करें। सोने से कम से कम 4 घंटे पहले भोजन करने से शरीर में भोजन का पाचन अच्छे से होता है। रात को सोने से पहले हल्दी, खारक या अदरक मिले एक गिलास गर्म दूध का सेवन अवश्य करें।

अवाइड करें
* डीप फ्राइड फूड
* तैलीय खाद्य पदार्थ
* मैदे से बने खाद्य पदार्थ
* फास्ट फूड एवं जंक फूड
* प्रिजर्वेटिव्ज मिले खाद्य पदार्थ

डाइटिंग टिप्स फॉर विंटर
* सर्दियों में गर्म भोजन का सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर माना जाता है।
* ड्रायफ्रूट्‌स में बादाम, पिस्ता व अखरोट का सेवन करें।
* सर्दियों में ताजे फल और सब्जियों का रोजाना सेवन करना चाहिए।
* लाइट ग्रीन सब्जियों की तुलना में पौष्टिकता से भरपूर डार्क ग्रीन कलर की सब्जियों का सेवन करें।
* सुबह का नाश्ता 7-9 बजे के बीच करने का प्रयास करें।
* एरोबिक्स, वॉकिंग आदि नियमित रूप से करें।

डाइटीशियन व्यू
थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाएँ : गर्मी की बजाय सर्दी के मौसम में हमारे शरीर का तापमान तेजी से कम होता है। यही वजह है शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए हम सीजन में खूब खाते हैं। सर्दियों में अपनी डाइट के प्रति कांशियस युवाओं को मेरी यही सलाह है कि सर्दियों में वे अपने भोजन का चयन बड़ी ही सावधानी से करें। इस सीजन में भूख मिटाने के लिए बहुत सारा भोजन एकसाथ करने की बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहें। ऐसा करने से आपका वजन भी नियंत्रित होगा और आपकी भूख भी शांत होगी। ड्रायफ्रुट में आप अखरोट व बादाम का सेवन कर सकते हैं। -संगीता मालू

प्रोटीनयुक्त भोजन लें
युवाओं को इस मौसम में उच्च प्रोटीनयुक्त भोजन का सेवन करना चाहिए। सर्दियों में आपका भोजन ऐसा होना चाहिए, जिसमें वसा की मात्रा पूरे भोजन के 15 से 20% से अधिक और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 60% से अधिक नहीं होना चाहिए। इस मौसम में आपके भोजन में फाइबर इन्टेक कम से कम 20% होना चाहिए। सर्दियों में युवाओं को तला-गला भोजन व ठंड के लड्डू आदि खाने से परहेज करना चाहिए। इसकी बजाय उन्हें सूखे मेवे लेना चाहिए। इस मौसम में आप कुछ मात्रा में ड्रायफ्रूट्‌स का सेवन भी कर सकते हैं। -प्रीति शुक्ला

टॉप 5 वेट बैलेंस फूड
1) सलाद : आपके सुबह व शाम के भोजन में सलाद के लिए एक सुरक्षित स्थान होना चाहिए। यदि आप कम कैलोरी और हाई फाइबर वाला फूड लेना चाहते हैं तो सलाद आपके लिए बेहतर विकल्प है। सलाद के लिए प्रयोग में आने वाली कच्ची सब्जियों व फलों में एंटी ऑक्सीडेंट, नेचुरल एंजाइम्स और फाइबर्स होते हैं, जो शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही भोजन के पाचन में भी सहायक होते हैं। इससे आपका वजन भी नियंत्रित रहता है। यदि आप हेल्थ कांशियंस हैं तो आपको रोजाना कम से कम एक बड़ा कप ग्रीन सलाद खाना चाहिए।

2) छिलके वाली दालें
छिलके वाली दालों में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है। प्रोटीन के साथ ही दालों में फोलिक एसिड, विटामिन ए, विटामिन बी आदि होता है। इनका रोजाना सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है, जिससे आपका वजन नियंत्रित होता है।

3) पीले व खट्टे फल
फलों में सबसे अधिक गुणकारी खट्टे फल होते हैं। पीले व नारंगी रंग के फलों में बीटा केरोटिन व एंटीऑक्सीडेंट्‌स होते हैं। खट्टे फल विटामिन सी, कैल्शियम, मिनरल, फाइबर्स आदि का प्रमुख स्रोत होते हैं, जो शरीर के विकास के लिए उपयोगी होते हैं। नींबू में मौजूद पेक्टिन शरीर में जमा वसा को गलाता है और पाचन प्रक्रिया को भी धीमा करता है, जिससे खाने के बाद भी लगने वाली भूख शांत होती है। खट्टे फलों का सेवन डाइबीटिज, कैंसर, एनीमिया, मोतियाबिंद, अस्थमा, किडनी में पथरी आदि रोगों में लाभदायक होता है। इन फलों को निरंतर सेवन से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्घि होती है।

4) लिक्विड, ज्यूस व ड्रिंक
भोजन के पूर्व या पश्चात यदि आप लिक्विड लेने के आदी हैं तो इस सर्द मौसम में भी आप छाछ, लस्सी, दही व फ्रूट ज्यूस का सेवन कर सकते हैं। दही, छाछ व ताजे फलों का रस आपके शरीर के लिए गुणकारी होता है। खट्टे फलों में नींबू का रस वेट लॉस, डेंटल केयर, फीवर, ब्लड प्यूरीफायर आदि में सहायक होता है। भोजन के बाद ली जाने वाली छाछ में दूध की अपेक्षा फैट की मात्रा कम होती है। यदि हम लिक्विड में नारियल पानी की बात करें तो इसमें पोटेशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, शर्करा व वसा की कम मात्रा होती है।

5) अंकुरित अनाज
अंकुरित किए जाने से अनाज में पोषक तत्वों की मात्रा दुगुनी हो जाती है। चना, मूँग, सोयाबीन, मटर आदि को अंकुरित करके खाया जा सकता है। सर्दियों के मौसम में नाश्ते में अंकुरित अनाज को शामिल करना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर है। भरपूर अंकुरित अनाज का सेवन आप सूप या सलाद के साथ भी कर सकते हैं। सुलभ, सस्ता, बनाने में आसान व पौष्टिक होने के कारण अंकुरित अनाज का सेवन आपके शरीर के लिए लाभदायक होता है। विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, एंटी ऑक्सीडेंट आदि की भरपूर मात्रा होने के कारण अंकुरित अनाज हमारे भोजन के पाचन में भी सहायक होता है।

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