'एजेंट विनोद के लिए निर्देशक श्रीराम राघवन ने संगीत की जिम्मेदारी दी है प्रीतम को और गीत लिखे हैं अमिताभ भट्टाचार्य ने। आई विल डू द टॉकिंग टु नाइट- एलबम की पहली प्रस्तुति एक पार्टी गीत है, नीरज श्रीधर और अदिति सिंह शर्मा के स्वरों में और सहयोगी स्वर हैं शैफाली एल्वारिस और बार्बी अमोद के। 'दिल मेरा मुफ्त का' एक मॉडर्न मुजरा है। प्रीतम धुन और वाद्य संयोजन से एक मसालेदार गीत देने में सफल हुए हैं।
नंदिनी की गायकी असरदार है। प्रीतम ने 'राब्ता' में एक बेहतर प्रेमगीत रचा है और चारों वर्जन धुन की समानता के बावजूद अपना-अपना रंग लिए हैं। एलबम की एक और प्रस्तुति है 'पुंगी', एक सड़क छाप टैम्प्लेट का मजेदार-सा गीत है मीका के स्वरों में। 'एजेंट विनोद' में प्रीतम एक मनोरंजक और फिल्म के माहौल के मुताबिक संगीत देने में सफल रहे हैं। प्रीतम के कम्पोज किए गीतों में अलग-अलग रंगों के गीत हैं, जो लोकप्रियता की गारंटी रखते हैं।