परीक्षा विशेष : विद्या प्राप्ति के सरल उपाय...

- आचार्य डॉ. संजय

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* विद्या प्राप्ति अथवा सफलता प्राप्ति हेतु प्रातःकाल नित्यकर्मों से निवृत्त होकर, स्नान करके, स्वच्छ वस्त्र ग्रहण करके, किसी शांत और पवित्र स्थान में साधना पर बैठें।



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* अपने मस्तक को जल से भिगो लें और भीगे हुए मस्तक पर सूर्य की प्रथम किरणें पड़ने दें। अपना मुख सूर्य की ओर हो। साधना आरंभ करने से पूर्व 3 बार दीर्घ स्वर में प्रणव (ॐ) का उच्चारण करें।

तत्पश्चात गायत्री मंत्र - 'ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्' का जाप करें। ध्यान रहें जो मंत्र गुरुप्रदत्त हो, तो उसका ही जप करना चाहिए।


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* जप इस प्रकार से करें कि आपके होंठ हिलें नहीं। मंत्र का उच्चारण अंतरंग में होता रहें। नित्य प्रतिदिन कम से कम 1 माला (108 बार) का जप होना ही चाहिए। जप के बाद, कुछ समय के लिए हाथों की हथेलियों को सूर्य की ओर कर, गायत्री मंत्र का उच्चारण करते रहें।


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* बारह बार मंत्र जप कर लेने पर दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़ें और कुछ गर्मी आ जाने पर नेत्र, मस्तक, मुख और गले पर फेरें। इस साधना से बुद्धि निश्चित ही प्रखर और उन्नत होती है। तत्पश्चात सरस्वती सूक्त का पाठ करें।

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अगर इसके साथ हवन करें तो उत्तम फल की प्राप्ति होती है।

शास्त्रों में भी हवन की महिमा का वर्णन किया गया है। हवन करने से मस्तिष्क स्वस्थ, प्रखर और शक्ति संपन्न बनता है और बुद्धि की वृद्धि होती है

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