महाकवि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस की चौपाइयां मात्र राम का गुणगान ही नहीं करती बल्कि इतनी चमत्कारिक भी हैं कि जीवन के हर संकट को समाप्त करने की दिव्य शक्ति उनमें विद्यमान है।
प्रभु श्री राम के पावन आशीर्वाद हर चौपाई में निहित हैं। पढ़ें श्री रामचरितमानस की शुभ चौपाई और उनके जप से दूर होने वाले संकट।
प्रस्तुत है दूसरी कड़ी-
1. सभी तरह की आपत्ति के नाश के लिए
'प्रनवउं पवन कुमार, खल बन पावक ग्यान घन। जासु ह्रदयं आगार, बसहिं राम सर चाप धर॥'
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2. नजर उतारने के लिए
'स्याम गौर सुंदर दोउ जोरी। निरखहिं छबि जननीं तृन तोरी।।'