मकर राशि फलादेश

(राशि के आद्याक्षर - भो, ज, जा, जी, जे, जो, जै, जं, ख, खी, खू, खे, खो, ग, गा, गी)

आपकी जन्मकुंडली में चंद्रमा 10 अंक के साथ लिखा हो तो आपकी जन्म राशि मकर राशि मानी जाएगी। राशि चक्र में इसका क्रम दसवाँ ही है। इस राशि का स्वामी ग्रह शनि होता है। इसी कारण इस राशि के व्यक्तियों पर शनि का प्रभाव देखा जाता है। ये लोग वचन के पक्के होते हैं और स्वयं झूठ नहीं बोलते हैं। अतः झूठ बोलने वालों तथा बेईमान लोगों से इन्हें घृणा रहती है।

इस राशि वाले व्यक्तियों में यह बात विशेष रूप से देखने को मिलती है कि ये हमेशा स्पष्ट बोलते हैं, चाहे किसी को बुरा लगे अथवा भला, ये उसकी चिंता नहीं करते हैं। चाहे जैसी भी स्थिति सामने आए, उसे हँसते हुए गुजार देते हैं।

इनके जीवन में ऐसा भी समय आता है, जबकि इनका जीवन संघर्षपूर्ण बन जाता है। इनका कोई भी कार्य सरलतापूर्वक नहीं बन पाता, उसके लिए काफी संघर्ष व प्रयत्न करना पड़ते हैं, तभी सफलता प्राप्त होती है। इस राशि के व्यक्ति हर तरह के कार्य या कारीगरी को जानते हैं।

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