दस लाख कुरान दस साल में

सोमवार, 13 जुलाई 2009 (23:04 IST)
- सलीम रिजवी (न्यूयॉर्क से)

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अमेरिका में रहने वाले मुसलमानों ने आजकल इस्लाम धर्म और मुसलमानों के बारे में देश के लोगों में जानकारी बढ़ाने और गलतफहमी दूर करने के लिए एक नया तरीका अपनाया हैअमेरिकी लोगों को इस्लाम धर्म और मुसलमानों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अब सीधे तौर पर इस्लामी स्रोत या पवित्र कुरान का सहारा लिया जा रहा है।

11 सितंबर के हमलों के बाद से बहुत से अमेरिकी लोगों में मुसलमानों और इस्लाम के बारे में जानकारी कम होने से कुछ गलतफहमियाँ पैदा हुई हैं और अमेरिका में रहने वाले मुसलमानों ने लगातार इस ओर कोशिश की है कि वह आम अमेरीकियों की इस्लाम और मुसलमानों के बारे में जानकारी बढ़ाएँ।

इसी सिलसिले में अब इस नए अभियान के तहत एक अमेरिकी मुस्लिम संस्था काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस या केयर ने देश भर में नेताओं और सरकार में शामिल लोगों को इस्लाम की धार्मिक पुस्तक कुरान की प्रतियाँ भेंट करने का फैसला किया है।

इस अभियान में अमेरिका भर के कई शहरों में स्थित मस्जिदों और मदरसों को भी शामिल किया जा रहा है।

अभियान : इस कार्यक्रम के अनुसार इस साल के अंत तक करीब एक लाख कुरान की प्रतियाँ अमेरिकी नेताओं और सरकारी अधिकारियों में बाँटी जाएँगी।

अभियान शुरू करने वाली संस्था केयर के निदेशक नेहाद आवाद का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा के अपने भाषणों में कई बार कुरान का हवाला दिए जाने के बाद उनकी संस्था को विचार आया कि क्यों न अमेरिकी नेताओं और सरकारी नीतिकारों की भी कुरान के बारे में जानकारी बढ़ाई जाए जिससे उन्हें मुसलमानों और उनके धर्म को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।

नेहाद आवाद का कहना है, कि राष्ट्रपति ओबामा का भाषण इस मायने में एतिहासिक था कि वह अमेरिका और विश्व भर के मुसलमानों के साथ एक नए दौर की शुरुआत करना चाहते हैं। और हमारा यह विचार है कि इस ओर बढ़ने के लिए जो कदम उठाए जाएँ, उनमें सबसे पहले अमेरिकी लोगों में इस्लाम और मुसलमानों के बारे में जानकारी बढ़ाया जाना सबसे आवश्यक है।

पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मिस्र की राजधानी काहिरा में विश्व भर के मुसलमानों को संबोधित करके जो भाषण दिया था, उसमें भी कई बार कुरान का हवाला दिया था।

अपने भाषण में उन्होंने खासकर कुरान की उन आयतों का जिक्र किया था जिसमें सच बोलने की हिदायत की गई है, इंसानी जान को बेशकीमती बताया गया है और दुनियाभर के लोगों में मौजूद विविधता का आदर करने की बात कही गई है।

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खास प्रतियाँ : इस अभियान में बाँटी जाने वाली कुरान की प्रतियों को खास तौर पर छपवाया गया है। इसमें कुल 1150 पन्ने हैं और एक प्रति की लागत है 78 डॉलर या करीब 4 हजार रुपएलेकिन अमेरिकी नेताओं को यह प्रतियाँ मुफ़्त भेंट की जाएँगी। आम लोगों को इसके लिए सिर्फ 9 डॉलर या करीब 500 रुपए डाक से भेजने होंगे।

इस अभियान में केयर ने अमेरिकी मुसलमानों से अपील की है कि वो खुद 45 डॉलर में कुरान की इन प्रतियों को खरीद कर अपने शहर और राज्य के स्तर पर भी नेताओं को भेंट करें।

जिन अमेरिकी नेताओं को मुफ्त कुरान भेंट की जानी है, उनमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जोसेफ बाइडन और अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी भी शामिल हैं।

बराक ओबामा, जोसेफ बाइडन और नैन्सी पेलोसी को भेंट की जाने वाली प्रतियों को चुनने के लिए उन अमरिकियों के नाम की लॉटरी निकाली गई जिन्होंने इस अभियान के तहत कुरान की प्रतियों को प्रायोजित किया।

फिलेडेल्फिया के रफी पुनेकर को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को कुरान भेंट करने के लिए चुना गया है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जोसेफ बाइडन को कुरान भेंट करने के लिए नॉर्थ केरोलाइना की एक महिला डार्लिन मे को चुना गया है, जबकि नईमा सलीम नामक मेरीलैंड की एक प्रायोजक महिला को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी को कुरान भेट करने के लिए चुना गया है।

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दस लाख कुरान : लेकिन क़ुरान की प्रतियाँ बाँटने का यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा। इसी अभियान के तहत केयर की अगले दस सालों में 10 लाख कुरान की प्रतियाँ आम अमेरीकियों में भी बाँटने की योजना है।

इस तरह यह अभियान अमेरिका के इतिहास में इस्लाम के बारे में आम लोगों के बीच जानकारी बढ़ाने के मकसद से शुरू किया जाने वाला सबसे बड़ा अभियान कहा जा रहा है।

खास तौर पर छापी गई कुरान की इन प्रतियों में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भाषणों में प्रयोग की गई कुरानी आयतों को रेखांकित किया गया है।

इन प्रतियों में खासकर ऐसी आयतों और अध्यायों को भी प्रमुखता दी गई है जिनमें महिलाओं के अधिकारों, सामाजिक न्याय और दूसरे धर्मों का आदर करने की भी बात कही गई है।

इसके अलावा ऐसी आयतों को भी रेखांकित किया गया है जिनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा सके।

इस अभियान में कुरान की जिन प्रतियों का वितरण किया जा रहा है उनमें अरबी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा में उसका अनुवाद भी छपा है। इसके अलावा अरबी भाषा को रोमन इंग्लिश में भी लिखा गया है और अलग-अलग आयतों और अध्यायों के बारे में खास तौर पर टिप्पणियाँ भी लिखी गई हैं।